मानसरोवर घाट के बीच धारा में दो नाव के टक्कर से श्रद्धालु डुबे,NDRF ने रेस्क्यू करके बचाया,हादसा टला

दर्जनों श्रद्धालु सुरक्षा जैकेट पहने हुए थे इसलिए गंगा में डूबने से भी बच गए
एनडीआरफ जल पुलिस एवं पीएसी के जवानों ने रेस्क्यू कर सारे श्रद्धालुओं को बचा लिया
घटना दोपहर 12:00 की
वाराणसी । दशाशवमेध थाना क्षेत्र के मानसरोवर घाट से एक छोटी नाव पर नाविक ने एक दर्जन लोगों को लेकर गंगा भ्रमण के लिए निकला नाव जैसे ही बीच धार में पहुंची विपरीत दिशा से आ रही बड़ी नाव से जा टकराई। दुर्घटना में छोटी नाव पलटने से करीब एक दर्जन लोग गंगा में डूबने लगे लेकिन सभी श्रद्धालु सुरक्षा जैकेट पहने थे इसलिए मौके पर एनडीआरफ, जल पुलिस एवं पीएसी के जवान बीच धार में पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर बच्चा लिए, इस दुर्घटना में बड़ी हादसा होने से बच गई।
जानकारी के अनुसार काशी जोन के डीसीपी गौरव बांसवाल ने बताया कि बड़ी नाव में करीब 58 श्रद्धालु सवार थे। बड़ी नाव में सवार सारे श्रद्धालु डरने लगे और चीख पुकार करने लगे लेकिन तत्काल गंगा में चक्रमण कर रहे एनडीआरएफ की टीम, जल पुलिस एवं पीएसी की जवानों ने बड़ी घटना होने से बचा लिया। घटना दोपहर 12:00 की है।
मिली जानकारी के अनुसार कुंभ से लौट रहे श्रद्धालु डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद घाट (मानसरोवर घाट)के पास पहुंचे जहां छोटी नाव पर नाविक ने एक दर्जन लोगों को बैठक गंगा घूमने के लिए निकाला जब छोटी नाव बीच भंवर में पहुंची तो विपरीत दिशा से आ रही बड़ी नाव से जा टकराई। इस दुर्घटना में एक दर्जन सवार श्रद्धालु गंगा में पलट गए लेकिन वह सुरक्षा कवच पहने हुए थे जिससे गंगा में ड्यूटी कर रहे एनडीआरएफ के जवानों ने सारे श्रद्धालुओं को गंगा से रेस्क्यू कर घाट के किनारे ले गए और उनको बाहर निकाला। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार गलती छोटी नाव चल रहा मल्ला की ही थी। लोगों ने बाबा विश्वनाथ को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया तथा गंगा मैया को बार-बार प्रणाम किया कि गंगा में आज बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। आज इस बड़ी दुर्घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।