मऊ

मऊ:घोसी तहसीलदार के खिलाफ वकीलों के आंदोलन में जिला कलेक्ट्रेट बार मिला समर्थन

— घोसी तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह के खिलाफ वकीलों का आंदोलन उग्र
— छठे दिन भी जारी रहा विरोध, प्रशासन पर बढ़ा दबाव

सतीश कुमार पांडेय
मऊ। घोसी तहसील के तहसीलदार के भ्रष्टाचार के खिलाफ वकीलों का विरोध तेज हो गया है। तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मिश्र और महामंत्री राजेश सोनकर के नेतृत्व में सैकड़ों वकीलों ने छठें दिन  तहसील परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।अधिवक्ताओं ने “तहसीलदार वापस जाओ”, “गली-गली में शोर है, तहसीलदार चोर है”, “अब तो यह स्पष्ट है, तहसीलदार भ्रष्ट है” जैसे कड़े नारे लगाए।

तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मिश्र का कहना है कि तहसीलदार के भ्रष्टाचार के कारण न केवल वकील, बल्कि आम जनता भी प्रभावित हो रही है। उनका यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन द्वारा तहसीलदार का तबादला नहीं किया जाता। आंदोलन के इस बढ़ते दबाव को देखकर प्रशासन भी अब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने के संकेत दे रहा है। वकीलों की इस मजबूती से प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर उनका संघर्ष अब एक व्यापक आंदोलन का रूप लेता दिख रहा है। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कालिकादत्त पाण्डेय, जनार्दन यादव, राजेंद्र यादव, उमाशंकर यादव, अखिलेश सिंह, ब्रह्मदेव उपाध्याय, बाबूलाल, कैलाश, सतीश पाण्डेय, पूर्व अध्यक्ष तारिक जफर आजमी, पूर्व महामंत्री बृजेश पाण्डेय,, विपुल राय, रणवीर सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, सूर्यनाथ यादव, राम बदन यादव, उमाशंकर उपाध्याय समेत बड़ी तादाद में वकीलों ने खुलकर विरोध जताया।

कलेक्ट्रेट बार ने भी दिया समर्थन
जिला कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन मऊ ने तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह के खिलाफ चल रहे आंदोलन में घोसी तहसील बार एसोसिएशन को समर्थन दिया है। कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के महामंत्री रितेश श्रीवास्तव ने कहा कि घोसी तहसील में वकीलों के आंदोलन को न्याय मिलने तक वे एकजुट रहेंगे। अपनी आवाज बुलंद करेंगे। यह भी कहा कि तहसीलदार के भ्रष्टाचार के खिलाफ यह संघर्ष अब एक व्यापक रूप ले चुका है, और वकील इस मामले में किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करेंगे। जिला कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह पालीवाल ने बताया कि घोसी तहसील बार एसोसिएशन के संघर्ष में उनका पूरा समर्थन है और जब तक तहसीलदार का तबादला नहीं होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button