मिर्जापुर :सड़क स्वास्थ्य शिक्षा और विकास से कोसो दूर है नई दिल्ली ददरी के नागरिक
विकास के नाम पर करोड़ों खर्च के वावजूद बदरंग है तस्वीर
तारा त्रिपाठी
हलिया /मीरजापुर। जिले के अंतिम छोर और प्रयागराज की सीमा पर स्थित हलिया विकास खंड की ग्राम पंचायत ददरी की जनता विकास के इस युग में भी सड़क स्वास्थ्य शिक्षा और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं के मोहताज बनी हुई है। स्थानीय ग्रामीणों ने विकास के नाम पर शासन से अवमुक्त धनराशि का बंदरबांट किए जाने का प्रधान और सेकेट्री पर गंभीर आरोप लगाया है। शिकायतकर्ताओं ने इस बात का दावा किया है कि विकास के नाम खर्च धनराशि का अगर स्थलीय सत्यापन करा दिया जाय तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। स्थानीय ददरी ग्राम पंचायत के नई दिल्ली निवासी सूर्य लाल गौतम शिव प्रसाद रंगी लाल हिंछ लाल मिश्री लाल ने बताया कि नई दिल्ली से ददरी केवटान वाया नर्सरी मोड़ तक सड़क पर कहीं गिट्टी तो कहीं ऐसे ही हालात में छोड़ दिया गया है । जिससे हर मौसम में लोगों का आवागमन दुरूह बना रहता है। स्थानीय लोगों को अगर इमरजेंसी में निकलना हो तो मुमकिन नहीं होगा। ददरी संपर्क मार्ग से नई दिल्ली को आनी वाली सड़क पर बीचोंबीच गढ्ढा और पत्नी भरा होने के कारण बस्ती तक इमरजेंसी सेवा की एंबुलेंस नहीं पहुंच पा रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विकास के नाम पर लाखों रूपए खर्च करके प्राथमिक विद्यालय का निर्माण किया गया है। किंतु स्कूल का संचालन अभी तक शुरू नहीं किया गया है जिससे छोटे छोटे बच्चों को डेढ़ किलोमीटर दूर ददरी गांव जाना पड़ रहा है। स्कूल के प्रबंधन की अनदेखी के चलते स्कूल में बच्चों की जगह पुआल और धान की फसल रखी गई है। स्वच्छ शौचालय के निर्माण में केवल कागजी खानापूर्ति ही नजर आ रही है। शौचालयों में शौच की जगह ऊपरी और लकड़ी के बोटे रखे गए हैं। लाभार्थियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शौचालय निर्माण में केवल ढांचा खड़ा किया है जो उपयोग करने के योग्य नहीं है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी हलिया डा• राजीव शुक्ला शर्मा ने कहा कि हर शिकायत की उनके स्तर से जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।