भारतीय दूतावास की सतर्कता से कंबोडिया में फंसे 81 भारतीयों को बचाया

हिंदुस्तान संदेश
नोम पेन्ह। भारत के विदेश मंत्रालय और कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने कंबोडियाई अधिकारियों के सहयोग से 81 भारतीयों को जॉब स्कैम के चंगुल में से बाहर निकाला है। नोम पेन्ह स्थित भारतीय दूतावास ने 1 दिसंबर को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा भारतीय दूतावास आज बावेट से 28 भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए कंबोडियाई अधिकारियों का बहुत शुक्रिया अदा करता है। सभी 28 भारतीयों को जल्द ही वापस लाया जा रहा है। इसके बाद दूतावास ने 2 दिसंबर को अपनी पहली पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा, अपडेट कल कंबोडिया के बावेट में 53 और भारतीय नागरिकों को बचाया गया, जिससे 2 दिनों में कुल संख्या 81 हो गई। दूतावास कंबोडियाई अधिकारियों का बहुत आभारी है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले दो भाइयों द्वारा उनके सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से 22 नवंबर को साइबर धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के खिलाफ पोस्ट लिखी गई थी। उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया था कि कंबोडिया के बावेट में काफी लोगों को बंधक बनाकर साइबर फ्रॉड से जुड़े कार्य कराए जा रहे हैं, जिनमें 100 से अधिक भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।
कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने इस पोस्ट पर संज्ञान लेते हुए पीड़ितों से संपर्क किया। दूतावास ने इस मामले की जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ ही नई दिल्ली में गृह मंत्रालय को भी दी, जिसके बाद इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (14सी) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कंबोडिया के बावेट इलाके में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (ओएसआईएनटी) का इस्तेमाल करके कंपाउंड की लोकेशन का पता लगाने में टेक्निकल मदद दी। भारतीय दूतावास ने तुरंत कंबोडियाई सरकार के शीर्ष स्तर के समक्ष यह मामला उठाया और संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों को कई खास इंटेलिजेंस टिप भी दी। इसके बाद 28 भारतीय नागरिकों को बचाया गया। हालांकि दूतावास की कोशिशें जारी रही, जिसके चलते बाद में 53 और भारतीय नागरिकों को जॉब स्कैम सेंटर्स के चंगुल से छुड़ाया गया। अभी भी दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में है और अन्य संभावित भारतीयों की तलाश जारी है। बता दें कि कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने इससे पहले भी कई बार समय रहते जॉब स्कैम में फंसे भारतीयों को निकालने में सफलता हासिल की है। दूतावास की ओर से समय-समय पर भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने, नौकरी के प्रस्तावों व भर्ती एजेंसियों को अच्छी तरह से सत्यापित करने के साथ ही विदेशी रोजगार के अवसरों के लिए केवल अधिकृत चैनलों पर भरोसा करने की अपील की जाती रही है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)




