स्वास्थ्य

राज्यसभा सांसद डा. संगीता बलवंत ने वितरण किया दवा, सेनेटरीपैड और चश्मा 

वाराणसी। 7 मार्च को जन औषधि दिवस के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में जन औषधि दिवस मनाया जा रहा है जिसके तहत आज राज्यसभा सांसद डा संगीता बलवंत ने गाजीपुर में विधानसभा जहूराबाद के ग्राम सलेमपुर में आयोजित जन औषधि कैंप का निरीक्षण किया और मुफ्त दवा, सेनेटरी पैड व चश्मा का वितरण की।

राजसभा सांसद ने बताया कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार हमेशा गरीबों और वंचितों के प्रति समर्पित रहती है और उनके हित में कार्य करती है आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम जन औषधि दिवस मना रहे हैं और प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत गांवों में कैंप लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाएँ उच्च गुणवत्ता युक्त सस्ते दामों पर मिलने वाली दवाएं हैं भाजपा सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध हैं कि आज के समय में कोई भी व्यक्ति पैसे के अभाव में दवाओं से वंचित नहीं रहे और अपना इलाज सुचारू रूप से करा सकें।

राज्यसभा सांसद इस परियोजना को विस्तार से बताते हुए कहा कि 2016 में इस योजना के माध्यम से 199 दवाएँ बेची गईं। 2017 में 98 प्रकार की बीमारियों के लिए 700 से अधिक जेनेरिक दवाएँ और 164 सर्जिकल आइटम बेचे गए। मार्च 2018 में सुविधा नाम से लड़कियों के सैनिटरी नैपकिन की बिक्री शुरू हुई। 2019 में 900 प्रकार की जेनेरिक दवाएँ और 154 सर्जिकल उत्पाद बेचे गए। 2024 तक 2047 प्रकार की जेनेरिक दवाइयां और 300 से अधिक सर्जिकल उत्पाद बेचे जा रहे हैं। बिक्री में 5 आयुर्वेदिक उत्पाद भी शामिल किए गए हैं।

इस योजना के माध्यम से पिछले 10 वर्षों में 5600 करोड़ से अधिक की बिक्री के माध्यम से 30000 करोड़ से अधिक सार्वजनिक धन की बचत हुई है।2014 से पहले जन औषधि केंद्रों की संख्या पूरे देश में मात्र 240 थी और जब 2014 के बाद जब भाजपा की सरकार बनी तो प्रधानमंत्री जी ने इस विषय को गंभीरता से लिए और गरीबों के कल्याण हेतु आज जन औषधि केन्द्रों की संख्या 240 से बढ़ाकर 15000 कर दिए।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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