
सुशील कुमार मिश्र /वाराणसी
पिछले आठ दिनों से बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस पर धरने पर बैठी अर्चिता को आखिरकार न्याय मिल ही गया। बीएचयू प्रशासन ने उसके ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट को मान्य करते हुए अंततः उसे पीएचडी में प्रवेश दिया।
इस सत्र में बीएचयू प्रशासन पर लगातार ही पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगते रहे, हिंदी विभाग में अर्चिता सिंह नाम की छात्रा जिसका रैंक 15वाँ था उसके प्रवेश को रोक कर अन्यायपूर्ण तथा भ्रष्ट तरीके से सत्ताधारी दल से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी के इकाई मंत्री भास्करादित्य त्रिपाठी को प्रवेश देने का षडयंत्र रचा जा रहा था जबकि उसका रैंक 18वाँ था।इस अन्याय के खिलाफ पीड़ित छात्रा ने 16 दिन बीएचयू के तमाम दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद थक कर बीएचयू सेंट्रल ऑफिस के गेट पर धरना शुरू किया।
यह धरना 8 दिनों तक चला और अंततः विश्वविद्यालय को यह मानना पड़ा कि छात्रा का प्रवेश जायज़ है।इस धरने के दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय,महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता संजीव सिंह जी, महिला कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अनुराधा यादव, NSUI के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय, कांग्रेस संसद तनुज पूनिया, सीपीआई एमएल सांसद सुदामा प्रसाद, सपा संसद सनातन पाण्डेय, सपा विधायक रागनी सोनकर, राजद संसद सुधाकर सिंह, बसपा विधायक उमाशंकर सिंह, बीएचयू छात्र संघ के पूर्व महामंत्री एवं पूर्व मंत्री राम इकबाल सिंह, बीएचयू छात्र के संघ के पूर्व अध्यक्ष चंचल कुमार , बलिया समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री संग्राम सिंह यादव , स्नातक विधायक मा. आशुतोष सिन्हा , विधायक पल्लवी पटेल , समाजवादी पार्टी महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह, नेहा यादव, डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री,करणी सेना के राकेश सिंह रघुवंशी, रीबू श्रीवास्तव, दिलीप जायसवाल, राघवेंद्र सिंह, संजीव सिंह आदि ने छात्रा को अपना समर्थन दिया।
इस दौरान धरने पर वंदना उपाध्याय, एनएसयूआई राष्ट्रीय समन्वयक राणा रोहित, अराधना, एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष सुमन आनंद, अमन, राहुल पाटले, अमन गुप्ता, प्रियदर्शन मीणा,प्रभाकर, पुनीत, आशीष, शशि, कृष्णा सिंह, विजेंद्र सिंह, दुर्गेश सिंह, विजेंद्र, अंकिता, संध्या यादव, रोज मिश्रा, पल मिश्रा, आयुष यादव, अरविंद, रवि, गुलशन, विपिन, राजन आदि मौजूद रहे।




