संतोष तिवारी की पुस्तक ‘ये जरूरी तो नहीं ‘ DGP ने किया विमोचन
Lucknow जमानियां तहसील क्षेत्र के सोनहरियां गांव निवासी एटीएस में नियुक्त निरीक्षक संतोष तिवारी की पुस्तक ‘ये जरूरी तो नहीं’ का विमोचन डीजीपी ने सिग्नेचर बिल्डिंग पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मंत्री समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश असीम अरुण ने संतोष तिवारी को बधाई दी। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि सामान्य धारणा है कि पुलिस के लोग संवेदनशील नहीं होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है पुलिस के लोग संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हैं। पुलिस विभाग में रहकर साहित्य की सृजन सामान्य नहीं है। मैं संतोष तिवारी को पुस्तक लिखने के लिए हृदय से बधाई देता हूं। बताते चले कि एटीएस में नियुक्त निरीक्षक संतोष तिवारी तिवारी मूल रूप से ग्राम सोनहरिया थाना जमानियां जनपद गाजीपुर के निवासी हैं। इसके पूर्व भी उनकी पुस्तक ‘मेम साहब’ को राज्य सरकार द्वारा 2016 में ‘अमृतलाल नगर’ पुरस्कार से पुरस्कृत किया जा चुका है। संतोष तिवारी पढ़ाई के दौरान ही साहित्य में विशेष रुचि रखते थे। पुलिस की नौकरी में आने के बाद भी उनका प्रेम साहित्य से कम नहीं हुआ और वह निरंतर कुछ न कुछ नया प्रगसंग लिखने का काम करते रहे। अपने अति व्यस्त समय से कुछ पल निकालकर वह किताबें लिखना शुरु किये। उनकी ‘मेम साहब’ नामक पुस्तक ने काफी लोकप्रियता हासिल की। ‘ये जरुरी तो नहीं ’ पुस्तक उनकी तीसरी कृति है। संतोष तिवारी की पुस्तक के लोकार्पण की खबर मिलने के बाद उनके पैतृक गांव के लोग भी काफी खुश है। गांव के लोगों ने उन्हें ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस मौके पर एडीजी रेलवे प्रकाश डी, डा. एन रविन्द्र डीएसओ, एडीजी फॉरेंसिक डा. जीके गोस्वामी आदि मौजूद रहे।