भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा समिति द्वारा दिया गया जिला अधिकारी को ज्ञापन
चन्दौली। भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा समिति एवं आदिवासी कल्याण समिति के पदाधिकारी व सदस्य द्वारा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उमेश चन्द्र गोंड के नेतृत्व में जिलाधिकारी चंदौली से सोमवार को शिष्टाचार मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया।
जिलाधिकारी द्वारा नौगढ़ और सकलडीहा तहसील में 17 गाँवों को आदिवासी गाँव के रूप में चयन करने और वहां के विकास हेतु विशेष कार्य करने के संकल्प हेतु डॉ. उमेश और सहयोगियों द्वारा जिलाधिकारी को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका अभिनन्दन किया गया। महासभा की तरफ से भगवान बिरसा मुंडा का एक सुन्दर चित्र भी जिलाधिकारी को भेंटस्वरूप दिया गया।
महासभा ने जिलाधिकारी से निवेदन किया कि जनपद में गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र सुगमता से जारी करने हेतु समस्त उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार कार्यालयों को निर्देशित किया जाये। साथ ही बताया कि कुछ राजस्व कर्मचारियों द्वारा जाँच के नाम पर अड़चन पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। आवेदक द्वारा प्रस्तुत अभिलेखीय साक्ष्यों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी शासनादेशों के अनुरूप जाँच कर प्रमाण पत्र जारी किया जाय। जिन आवेदकों के पास अभिलेखीय साक्ष्य नहीं है, शासनादेशों के अनुरूप स्थलीय जाँच और निर्विवादित गोंड परिवार से पूछ-ताछ कर उन्हें भी अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाये। जिलाधिकारी चन्दौली के संज्ञान में यह भी लाया गया है कि कुछ पंचायत अधिकारी व कर्मचारी और राजस्व कर्मचारी आवेदक के पूर्वजों द्वारा जीवकोपार्जन हेतु अपनाये गए पेशे के आधार पर जाति निर्धारण करने का प्रयास किया जा रहा है जो शासनादेशों के खिलाफ है।
इस शिष्टाचार मुलाकात में उपस्थित प्यारे लाल गोंड, कृष्ण गोंड, सुबास गोंड, अवधेश कुमार, इंद्रजीत,अरुण कुमार, विकास कुमार, पंकज कुमार, संतोष कुमार, सुरेश कुमार, घुरहू प्रसाद, रवि शंकर प्रसाद आदि लोग सम्मिलित रहे।