
तिलक कुमार
बलिया। दोहरे हत्याकांड के बाद घटना के विरोध में व्यापारियों ने कोटवां बाजार बंद कर प्रदर्शन किया। मामले में परिजनों की तहरीर पर चार युवकों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है और इनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
नरहीं थाना क्षेत्र के सिकन्दरपुर गांव में शराब के ठेके पर दो युवकों की हत्या के विरोध में बृहस्पतिवार को पूरा बाजार बंद रहा। 150 से अधिक दुकानों के शटर नहीं उठे। दुकानदारों में आरोपियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से काफी आक्रोश था। वहीं मामले में परिजनों की तहरीर पर चार आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्वाट-सर्विलांस, थाना प्रभारी और सीओ के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया गया है। आरोपी कथित रूप से किसी 1241 ग्रुप के सदस्य बताए जा रहे हैं। मनबढ़ किस्म के ये आरोपी पहले भी कई वारदातों में संलिप्त बताए जा रहे ।
कोरंटाडीह चौकी पर नहीं थे कोई मौजूद
नरहीं थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव स्थित शराब के ठेके के पास दुकान पर कहासुनी के बाद कोटवा नारायणपुर के मनबढ़ युवकों ने पहले जीतू गुप्ता (16) पर हमला कर घायल कर दिया था। बाद में पूछताछ करने गए प्रशांत गुप्ता (26) और गोलू वर्मा (23) पर कुल्हाड़ी और दांव से जानलेवा हमला कर दिया था। इसमें प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि गोलू की सांसें चल रही थीं। परिजन दोनों को बक्सर के निजी नर्सिंग होम में ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि सूचना कोरंटाडीह चौकी को देने गए, लेकिन वहां कोई मौजूद नहीं था। इसके बाद थाना प्रभारी सुनील चंद्र तिवारी को जानकारी दी गई।
आरोपियों के परिजनों को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ
बलिया। परिजन शवों को लेकर घर पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों के साथ एनएच-31 जाम कर दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। घटना को अंजाम देने के डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। चार घंटे तक एनएच-31 पर जाम लगा रहा। दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। नरहीं थानाध्यक्ष सुनील चन्द्र तिवारी के 24 घंटे में आरोपियों के गिरफ्तार करने के लिखित आश्वासन के बाद रात डेढ़ बजे जाम समाप्त हुआ। मौके पर एसपी डॉ. ओमवीर सिंह, एएसपी कृपाशंकर, के साथ कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। सुबह से ही पुलिस की टीम क्षेत्र में जमी रही। आरोपियों के कई परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
20 दिन पहले भी हुआ था विवाद
सिकंदरपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान भोरिक गुप्ता के 16 वर्षीय पुत्र जीतू गुप्ता ने बताया कि कोटवा नारायणपुर कनुआन रोड पर बियर तथा देशी शराब की दुकान है। मैं दूध लेने के लिए गया था। देखा कि कोटवा नारायणपुर के कुछ लड़के आपस में उलझे हुए हैं। जैसे ही वहां पहुंचा आरोपियों ने मेरे ऊपर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। इससे वहीं पर बेहोश हो गया। इसकी सूचना चचेरे भाई प्रशांत गुप्ता को हुई तो गोलू वर्मा को लेकर वहां पहुंचे। पूछताछ की तो आरोपियों ने उनके ऊपर भी कुल्हाड़ी से गर्दन और पेट पर कई वार कर दिए। इससे प्रशांत गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गोलू वर्मा ने बक्सर ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
आरोपियों से 20 दिन पहले हुआ था विवाद
जीतू ने बताया कि 20 दिन पहले भी आरोपियों से उसका विवाद हुआ था। प्रशांत गुप्ता पटना में प्राइवेट इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। इसके डेढ़ साल के पुज्ञ अयान का दो जनवरी को जन्मदिन। जन्मदिन मनाने के लिए एक जनवरी को ही घर आया था। उनके पिता लक्ष्मण गुप्ता बाजार में पान की दुकान चलाते हैं। गोलू वर्मा का घर बगल में ही है। गोलू वर्मा परचून की दुकान चलाता था। पिता का साया पहले ही उठ चुका था। छोटे भाई भोलू और पांच बहनों में अंशू, प्रियंका, अर्चना, मानसी, ज्योति है। घटना के बाद मां उर्मिला बेसुध हो गई हैं।
1241 नाम से चल रहे गिरोह का बहुत पहले से है आतंक
साल के पहले दिन इसके पहले भी एक हत्या हो चुकी है। उस माममें भी पुलिस ने कुछ नहीं किया। कोटवा नारायणपुर निवासी विशाल कुमार (18) पुत्र राजेश कुमार को एक जनवरी 2020 को नसीरपुर मठ गांव के सामने नाव पर सवार शराब तस्करों ने मारने पीटने के बाद गंगा नदी में फेंक दिया था। इससे उसकी मौत हो गई। इसकी शिकायत नरहीं थाने पर की गई। कुछ माह बीतने के बाद करोना काल आ गया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बार भी अब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। सपा नेता बंशीधर यादव, कुबेर तिवारी ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता से यह घटना हुई है। 1241 नाम से चल रहे इस गिरोह का कस्बे में बहुत पहले से आतंक है, लेकिन इनके ऊपर माकूल कार्रवाई नहीं होने का नतीजा है कि इतनी बड़ी घटना को मनबढ़ अंजाम देकर फरार हो गए।