

क्रिसमस समारोह यादगार बनाने स्टेज पर उतरे स्कूल के बच्चे ,नृत्य संगीत से दिया अनूठा संदेश
चन्दौली । ‘द’ गुरुकुलम स्कूल के प्रांगण में क्रिसमस समारोह मनाया गया। स्कूल को खूबसूरती से सजाया गया था और सभी ने लाल सफेद कपड़े पहने थे।
कार्यक्रम की शुरुआत महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के तेल चित्र पर, विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रियंका मुखर्जी व विद्यालय की समन्वयक श्रीमती सविता दास ने संयुक्त रूप सें माल्यार्पण व कैंडल जलाकर की।
इस दौरान कार्यक्रम कक्षा 5 के छात्र जन्मेय श्रीवास्तव ने अपने भाषण के दौरान महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के जीवन मूल्यों वह आदर्श के बारे में बताया। इसके बाद एक सुंदर नाटक का आयोजन हुआ जिसमें प्रभु ईसा मसीह के जन्म के दृश्यों को दर्शाया गया और गायक मंडली द्वारा मधुर कैरोल गाए गए।
मैरी के गर्भधारण से लेकर शिशु के जन्म तक की एक सामंजस्य पूर्ण कहानी छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का समापन क्रिसमस की शुभकामनाओं के साथ हुआ। छात्रों ने‘ ‘जिंगल बेल्स’ और ‘वी विश यू ए मेरी क्रिसमस की मधुर धुन पर मनमोहक नृत्य किया। संता की शानदार एंट्री ने छात्रों की खुशी और उत्साह को और बढ़ा दिया।
कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रियंका मुखर्जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि क्रिसमस केवल एक त्यौहार नहीं बल्कि प्रेम, करुणा, और दया का प्रतीक है यह पर्व हमें एकता भाईचारे और दूसरों की सेवा का संदेश देता है। उनका पूरा जीवन दूसरों की सेवा और परोपकार के लिए समर्पित था। यह त्योहार हमें सिखाता है कि हमें अपने जीवन में दूसरों की मदद करनी चाहिए और समाज में शांति और भाईचारे का संदेश फैलाना चाहिए।
हमारे विद्यालय में क्रिसमस मनाने का उद्देश्य केवल त्योहार की खुशी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भी है कि हम अपने छात्रों में दया, सेवा और समानता जैसे मूल्यों का संचार करें।मुझे गर्व है कि हमारे छात्रों ने अपनी प्रतिभा और समर्पण से इस कार्यक्रम को इतना शानदार बनाया।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय की समन्वयक श्रीमती सवितादास के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।कार्यक्रम का संचालन कक्षा पांचवी के छात्र राजवीर व आराध्या ने किया। इस अवसर विद्यालय के सभी छात्र – छात्राएं एवं सभी शिक्षक मौजूद रहें।
