वाराणसी: संख्या बल पर किसी को हराने व जीताने का दम रखता है कायस्थ समाज: मनोज

– वर्तमान राजनीति-कायस्थ समाज सम्मेलन
– समय की जरूरत है राजनीति में कायस्थ समाज की सहभागिता: ओम प्रकाश
सुशील मिश्रा
वाराणसी।भारतीय जनता पार्टी प्रकोष्ठ व विभाग के प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीति में कायस्थ समाज की सहभागिता समय की जरूरत है। देश, प्रदेश और क्षेत्रीय स्तर पर हमारी भागीदारी कम होने से हम लोगों की तमाम समस्याएं और मांगें पूरी नहीं हो पा रही है। ऐसे में हमें सचेत होकर सामाजिक व राजनीतिक परिस्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। यह बातें उन्होंने सोमवार को कायस्थ मंधन कार्यक्रम के तहत आयोजित वर्तमान राजनीति-कायस्थ समाज सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहीं। सिगरा स्थित सेंट मरियम स्कूल प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान समय को देखते हुए कायस्थ समाज को एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है। साभी हम हर स्तर पर मजबूत हो सकते हैं
विशिष्ट अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आज हम अपना राजनीतिक आधार पूरी तरह से खो चुके है एक समय जो आखरी पंक्ति में खड़े हुए लोग थे, वो हमसे आगे खड़े हो गए है। आज हम लोगो की जरूरत है कि राजनीतिक रूप से आगे आए दमदार उपस्थित दर्ज कराए और राजनीति में स्थापित हो। अध्यक्षता करते हुए सेंट मरियम स्कूल के प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में लंबे समय से राष्ट्रीय व प्रादेशिक स्तर पर कायस्थ समाज को वाजिब हक न देकर उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है जबकि कायस्थ समाज अपने संख्या बल के आधार पर किसी को भी चुनाव में जिताने या हराने की ताकत रखता है।
संचालन करते हुए भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अगर आज भी हम लोग अपने हक और अधिकारों के लिए जागरूक नहीं हुए तो वो दिन दूर नहीं जब हमारा अस्तित्व नकार खाने की तृती बन जायेगा, हालाकि अभी भी वो ही हाल है लेकिन छल्की सी आवाज आ रही है वे भी बंद हो जाएगी और राजनीतिक हिस्सेदारी एक सपना बन कर रह जाएगी। इस आयोजन में राजेश श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव, प्रो. कुमुद रंजन, आरूणी चन्द्र सिन्हा, राकेश श्रीवास्तव, अजीत प्रकाश श्रीवास्तव, शशिकांत श्रीवास्तव, गुलाब श्रीवास्तव, आशीष कुमार श्रीवास्तव, प्रो. प्रवेश कुमार श्रीवास्तव, प्रो. आनंद श्रीवास्तव, वृजेश श्रीवास्तव, पीषूष श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, डॉ. केके श्रीवास्तव मौजूद रहे।




