मिर्जापुर:मेडिकल अफसर के खिलाफ खबर छपते ही दिया तहरीर,SO ने थाना में पत्रकार को घंटों बैठाय रखा जमीन पर

— स्थानीय पत्रकारों का खबर छापना बन गया अपराध
हिंदुस्तान संदेश /तारा त्रिपाठी की विशेष रिपोर्ट…
मिर्जापुर। राजगढ़़ थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध रूप से संचालित गैरकानूनी कार्यों के खिलाफ खबर छापना अपराध बन गया है। जहां एक हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के स्थानीय पत्रकार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग से संबंधित खबर छापना महंगा पड़ गया।स्थानीय पुलिस के उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में तैनात चिकित्सक के आवासों पर बाहरी युवकों के द्वारा मरीजों का दवा इलाज किया जाता है। जिसके संबंध में एक स्थानीय पत्रकार ने खबर प्रकाशित कर दिया। जो चिकित्सा अधीक्षक को बेहद ही नागवार गुजरा, थाने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने के लिए दबाव बनाया गया। तहरीर पाते ही थाना प्रभारी ने पत्रकार को तुरंत ही थाने पर बुलाकर पत्रकार को जमीन पर बैठाकर खूब जमकर डांट फटकार लगाई। जेल भेजकर ठंढा करने की धमकी देने लगे। वहीं थाने के अंदर जमीन पर भी बैठाया । इस बात की जानकारी जैसे ही अन्य पत्रकारों को हुई।

तो तत्काल थाने पहुंचे। जमीन पर बैठकर डाक्टरों को बुलाने की बात पर अड़ गए। लेकिन थानाध्यक्ष महेंद्र पटेल ने मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। तहरीर देने वाले चिकित्साधिकारी को नहीं बुलाया गया। जिससे पत्रकारों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि डाक्टरों के तहरीर पर पत्रकारों को थाने पर बैठा लिया जाता है और अभद्र व्यवहार किया जाता है लेकिन पत्रकारों के तहरीर पर थाना प्रभारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया। ऐसे में राजगढ़ क्षेत्र के पत्रकारों को खबर संकलन करना तथा प्रकाशित करना अब अपराध बन गया है। पुलिसिया उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। थानाध्यक्ष के एक तरफा कार्रवाई से आक्रोशित पत्रकारों ने न्याय की गुहार लगाते हुए धरने पर बैठ गए।
थानाध्यक्ष पर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक से मांग किया है। इस बात की सूचना मिलते ही ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अजय ओझा, आशुतोष तिवारी, रवि सरोज, अभय तिवारी सहित धरना स्थल पर पहुंचे । इस मौके पर उत्कर्ष मौर्य, देवेंद्र नाथ मिश्रा, अनिल कुमार सिंह, धर्मराज मिश्रा, रघुबर प्रसाद मौर्य, संदीप सिंह, कमला सिंह, जयप्रकाश मौर्य, संदीप दुबे, बाबूलाल सहित दर्जनों की संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।




