
– स्थापना स्थल पर कुलपति तथा विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने किया हवन पूजन
– काशी हिन्दू विश्वविद्यालय” की थीम पर प्रस्तुत झांकियों में दिखे बीएचयू के विविध पहलू
– विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा पहली बार प्रस्तुत की झांकी
वाराणसी। सर्वविद्या की राजधानी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अपने 110वें स्थापना दिवस पर वासंती रंगों में सराबोर हुई। वर्ष 1916 में वसंत पंचमी के दिन ही विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी गई थी। समूचा विश्वविद्यालय स्थापना दिवस समारोह की आभा में दमकता दिखाई दिया।विद्यार्थियों एवं विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने इस विशेष अवसर को अत्यंत उत्साह व उल्लास के साथ मनाया।
समारोह की शुरुआत स्थापना स्थल पर हवन-पूजन के साथ हुई। जिसमें प्रभारी कुलपति एवं कुलगुरू प्रो. संजय कुमार, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।
सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना का नृत्य प्रदर्शन किया तथा विद्यालय के ऐतिहासिक कार्यों को दर्शाया, तो वहीं, सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल ने अंतरिक्ष मिशन, विश्वविद्यालय कुलगीत व महाकुम्भ 2025 की झांकी प्रस्तुत की। विज्ञान संस्थान ने समुद्र मंथन के साथ कृत्रिम उपग्रह के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदमों को दर्शाया। वेटेनरी साइंस द्वारा डॉग ट्रेनिंग, कड़कनाथ मुर्गो पर हो रहे शोध तथा पक्षी संरक्षण आदि को प्रदर्शित किया गया।
विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद् ने ज़ुम्बा पिरामिड, हॉकी आदि अन्य खेलों के माध्यम से स्वस्थ रहने के तरीके सुझाये। मंच कला संकाय की झांकी में संगीत महाकुम्भ के माध्यम से विभिन्न नृत्य मुद्राओ का प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थियों को सर्वांगीण विकास हेतु उन्हें शैक्षणिक व पेशेवर मार्गदर्शन के साथ साथ मानसिक व मनोवैज्ञानिक सहयोग उपलब्ध कराने की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ ने भी अपनी झांकी पेश की। यह झांकी पहली बार प्रदर्शित की गई।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-बीएचयू ने स्वर्ण ड्रोन व राम मंदिर की सुंदर झांकी प्रदर्शित की। प्रबंध शास्त्र संस्थान, दक्षिणी परिसर, पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान, राष्ट्रीय सेवा योजना, वैदिक विज्ञान केन्द्र, उद्यान विभाग इकाई ने भी मनमोहक व महत्वपूर्ण संदेशों वाली झांकियां प्रस्तुत कीं।