
निजीकरण का निर्णय वापस होने तक संघर्ष जारी रहेगा
25 जनवरी को बिजली कर्मी पूरे दिन काली पट्टी बांधकर करेंगे काम
वाराणसी । उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने हेतु प्री-बिडिंग कॉफ्रेंस के विरोध में शुक्रवार को पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के समस्त जिलों में हजारों बिजली कर्मचारियों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किये।
वाराणासी में निजीकरण के विरोध में मुख्य अभियंता, वाराणासी क्षेत्र, वाराणासी, निगम मुख्यालय कार्यालय के साथ वाराणासी के समस्त कार्यालय में हजारों की तादाद में बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियन्ताओं ने भोजन अवकाश के दौरान जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया औऱ सभाये की।
पूर्वान्चल निगम मुख्यालय वाराणसी के अलावा समस्त जनपदों और परियोजना मुख्यालयों पर आज भोजनावकाश के दौरान लगभग शतप्रतिशत कर्मचारी अपने कार्यालयों से बाहर आये और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। गोरखपुर, प्रयागराज, आजमगढ़, बस्ती, देवीपाटन, अयोध्या, मिर्जापुर, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, झांसी, ललितपुर, बांदा, कानपुर, पनकी, जवाहरपुर, हरदुआगंज, एटा, अलीगढ़, पारीछा, आगरा, मथुरा, ओबरा, पिपरी और अनपरा में बड़ी सभायें हुई।
आज के बिजलीकर्मियों के निजीकरण के विरुद्ध प्रबल विरोध के चलते जो शक्तिभवन मुख्यालय में निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कन्सलटेंट नियुक्त करने हेतु प्री-बिडिंग कॉफ्रेंस 11ः30 बजे होनी थी। बिजली कर्मियों द्वारा शक्तिभवन घेर लेने के बाद शक्तिभवन में कोई प्री-बिडिंग कॉफ्रेंस की बैठक नहीं हो पायी।
संघर्ष समिति,वाराणासी के पदाधिकारियों ने कहा कि यह पता चला है कि पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन ने किसी अन्य स्थान पर अपने चहेते कंसलटेंट्स के साथ गुपचुप मीटिंग की है।
संघर्ष समिति ने पुनः कहा कि बिजली कर्मचारियों का प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर पूरा विश्वास है। संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अपील की है कि वे निजीकरण के मामले में प्रभावी हस्तक्षेप करने की कृपा करें जिससे इस मामले में पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन को मनमाने ढंग से कार्य करने से रोका जा सके और निजीकरण की प्रक्रिया वापस हो।
विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति वाराणसी की तरफ गोला दीनानाथ कबीर चौरा निजीकरण के विरोध में नुक्कड़ सभा किया गया जिसमें क्षेत्र के सभी व्यापारी सम्मिलित होकर इसका विरोध करते हुए, संघर्ष समिति को सहयोग देने का आश्वासन दिया। जिसमें प्रमुख रूप से ईo माया शंकर तिवारी , ईo राजेंद्र सिंह, ईo मदन श्रीवास्तव ईo अनिल शुक्ला , अवर अभियंता संजय कुमार , जमुना प्रसाद, राजेश कुमार सिंह, बलराम सेठ, मनोज कुमार, रामानंद व्यापारी नेता प्रमुख श्री दुर्गा प्रसाद गुप्त अध्यक्ष श्री संजय केशरी उर्फ लाली चौधरी ललि चौधरी मंत्री, श्री चुनमून चौधरी महामंत्री, रिंकू अरोड़ा, अनिल केशरी, काशी किराना अभिकर्ता समिति, श्री विजय केशरी अध्यक्ष, श्री अजीत केशरी महामंत्री, आदि उपस्थित रहे।