सोनभद्र: गहरी खदान से दो श्रमिकों के शव बरामद, खोजबीन रही जारी

खदान हादसा: ताक पर रखकर कराया जा रहा था खनन
राकेश चंदेल
हिंदुस्तान संदेश/ सोनभद्र। गहरी खदान से दो श्रमिकों के रमिकों के शव को पुलिस ने किया बरामद, शेष की खोजबीन रही जारी ्तान संदेश सोनभद्र। ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली-मारकुंडी स्थिति पत्थर खदान में ब्लासिंट के लिए कंप्रेशर मशीनों से किया जा रहा था होल के दौरान हुए हादसे में दो श्रमिकों की मौत होने की पुष्टि हुई है। वहीं, समाचार लिखे जाने तक हादसे में पत्थर के मलवे के नीचे दबे एक दर्जन से अधिक श्रमिकों की खोजबीन जारी रही। बतादें कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में गत शनिवार को कृष्णा माइनिंग वर्क्स में हुए बड़े हादसे ने पूरे जिले को स्तब्ध कर दिया है। ड्रिलिंग का कार्य चल ही रहा था कि अचानक पहाड़ का भारी हिस्सा टूटकर नीचे गिर पड़ा और कई मजदूर मलबे के नीचे दब गए। यह दुर्घटना इतनी तेजी से हुई कि मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। मौके पर मौजूद मजदूरों के अनुसार हादसे के समय कुल नौ कंप्रेशर मशीनों द्वारा खदान के भीतर काम चल था। इसी दौरान पहाड़ी ढ़लान का बड़ा हिस्सा अचानक धंस गया और संतोष पुत्र सोमनाथ यादव उम्र 28 वर्ष तथा इंद्रजीत पुत्र सोमनाथ यादव उम्र 30 वर्ष सहित कई मजदूर अंदर ही फंस गए।
खदान की गहराई और मलबे की मात्रा इतनी अधिक है कि रेस्क्यू लगातार घटना के 24 घंटे से जारी रहने के बावजूद राहत कर्मियों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। घटनास्थल से जुड़े परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। खदान के बाहर खड़े कई परिजन बार-बार अधिकारियों से अपने लोगों की जानकारी मांगते दिखाई दे रहे हैं। महिलाएं और बुजुर्ग सदमे और भय में हैं। मजदूर समुदाय के बीच निराशा और आक्रोश दोनों ही गहराई से महसूस किए जा सकता हैं। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की गई। उपजिलाधिकारी विवेक सिंह, क्षेत्राधिकारी हर्ष देव पांडे और थाना प्रभारी विजय कुमार चौरसिया सबसे पहले स्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। इसके बाद जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह, पुलिस अधीक्षक और ओबरा क्षेत्र के विधायक एवं समाज कल्याण मंत्री संजीव सिंह गौड़ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर बुलाया गया है। खदान में जमा भारी मलबे और अस्थिर ढलानों के बीच बचाव टीमें लगातार कार्य में जुटी हैं। घटनास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए व्यापक स्तर पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। एडीजी मनीष कुमार मिश्र, एडीएम, एएसपी और जनपद के कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद है। प्रशासन भीड़ को नियंत्रित कर राहत कार्य को बाधारहित संचालित कर रहा है, ताकि रेस्क्यू में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो।
खनन विभाग व डीजीएमएस के अधिकारियों की भूमिका संदीग्ध
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे गंभीर प्रश्न खनन विभाग और डीजीएमएस की भूमिका पर उठ रहा है। दुर्घटना की सूचना के बाद जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी स्थल पर पहुंचे, लेकिन खनन विभाग के कोई अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं रहे। न ही डीजीएमएस का कोई प्रतिनिधि खदान में निरीक्षण के लिए आया, जबकि खनन सुरक्षा मानकों, बेंचिंग नियमों और भू-स्थिरता परीक्षण की जिम्मेदारी इन्हीं संस्थाओं पर होती है। स्थानीय मजदूरों का साफ कहना है कि खदान में बेंचिंग मौजूद नहीं थी, कटिंग सीधी की जा रही थी और सुरक्षा संबंधी कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। कई मजदूरों ने यह भी बताया कि खनन क्षेत्र की धीरे-धीरे कमजोर होती ढलान के बारे में पहले भी चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हादसे के बाद यह सवाल गहराता जा रहा है कि खनन क्षेत्र में सुरक्षा निरीक्षण अंतिम बार कब हुआ था। यदि निरीक्षण हुआ था तो उसमें दर्ज की गई कमियां क्या थीं और उन्हें दूर करने की जिम्मेदारी किस विभाग या खनन संचालक पर थी। अब यह स्पष्ट है कि मजदूरों के लिए निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया और यही लापरवाही इस दुर्घटना का कारण बन सकती है।
खदान मालिक समेत तीन पर मुकदमा दर्ज, गिरफ्तारी को दबिश दे रही पुलिस
सोनभद्र। ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के कृष्णा माइनिंग वर्क्स में हुए खदान हादसे में पुलिस ने खदान मालिक समेत दो पार्टनरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हादसे में खदान धंसने से 16 मजदूरों के दबने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस के अनुसार छोटू यादव पुत्र शोभनाथ निवासी कर्मसार थाना ओबरा ने तहरीर दी। उसकी तहरीर पर कृष्णा माइनिंग वर्क्स के अज्ञात मालिक और पार्टनर मधुसूदन सिंह और दिलीप केशरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने खनन हादसे के दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही दोषियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। टीम दोषियों की गिरफ्तारी में जुट गई है। हादसे की जांच और विवेचना की जा रही है। पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है। एसपी अभिषेक वर्मा ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। सूचना मिलते ही घटना स्थल पर एडीजी जोन वाराणसी पीयूष मोर्डिया, आईजी मिर्जापुर आरपी सिंह के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है। वहीं हादसे के दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है।




