

श्रद्धालुओं ने श्री काशी विश्वनाथ मां अन्नपूर्णा तथा काशी के कोतवाल के मंदिर में पहुंचकर किया दर्शन पूजन,गंगा में स्नान के दौरान ड्रोन कैमरे से की जा रही थी सुरक्षा की निगरानी,एनडीआरएफ के जवान अपनी स्टीमर से गंगा में बराबर चक्रमण करते नजर आए,घाटों पर पुलिस, पीएसी एवं आर ए एफ के बल तैनात रहे।
सुशील कुमार मिश्रा /वाराणसी
हिंदुस्तान संदेश
बाबा विश्वनाथ की प्राचीन नगरी काशी में कार्तिक पूर्णिमा के इस पावन पर्व पर भोर से ही लाखों श्रद्धालुओं ने नमो घाट से लगाए अंबेडकर घाट तक गंगा में आस्था की डुबकी लगाई तथा लोगों ने दीपदान भी किया।इस अवसर पर गंगा के समस्त घाटों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी तथा भागीरथी के तट पर एनडीआरएफ के जवानों का बराबर चक्रमण हो रहा था। बाबा विश्वनाथ की इस धार्मिक नगरी में कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को लाखों श्रद्धालुओं ने पंचगंगा घाट, ब्रह्मा घाट, दुर्गा घाट, बूंदि परकोटा घाट, गायघाट लालघाट, प्रहलाद घाट, राजघाट, नमो घाट सहित अस्सी घाट तुलसी घाट, चेत सिंह किला घाट, संकटा घाट, गौरी घाट, केदारघाट सहित 84 घाटों पर श्रद्धालुओं ने भोर में ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही गंगा में दीपदान भी किया। कार्तिक पूर्णिमा के इस पावन पर्व पर पहुंचते ही हजारों श्रद्धालु विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान के लिए भर में ही पहुंच चुके थे तथा दूर दराज वह गांव से आए हुए श्रद्धालु गिरजाघर चौराहा, चितरंजन पार्क, गोदौलिया आदि सहित घाटों पर मंगलवार की शाम को ही गंगा स्नान के लिए पहुंच गए थे। बुधवार को जैसे ही भर में ही श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर श्री बाबा विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा तथा श्री काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के मंदिर में दर्शन पूजन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। काशी की इस नगरी में कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं के आने की सूचना पर एडीसीपी यातायात अंशुमान मिश्रा ने यातायात की कड़ी व्यवस्था की गई थी ।कोई भी बड़ी वाहनों को लहुराबीर से गोदौलिया की तरफ, रथ यात्रा से गोदौलिया की तरफ, सोनारपुरा से गोदौलिया की तरफ, मैं मैदागिन से गोदौलिया की तरफ यातायात पूरी तरह प्रतिबंध रहा।इतना ही नहीं वीवीआईपी की भी गाड़ी मैदागिन चौराहे के पार्क पर खड़ा कर दिए गए थे। इस दौरान श्री मिश्रा स्वयं यातायात सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। शहर के प्रत्येक चौराहे एवं गलियों में यातायात एसपी अंशुमान मिश्रा यातायात पुलिस की तैनाती किए थे। शहर में भारी भीड़ को देखते हुए तोतों एवं टैंपो की भी व्यवस्था शहर के बाहर ही थी।




