
युसूफ खान /वाराणसी।मिशन शक्ति 5.0 के तहत उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्गत कार्य योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार के निर्देशन में तथा मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल व जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्रा के नेतृत्व में सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय बालगृह बालिका, राजकीय पाश्चात्वर्ती देखरेख संगठन महिला, राजकीय बाल गृह बालक, राजकीय संप्रेषण गृह किशोर रामनगर में सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में सर्वप्रथम सभी को सेल्फ डिफेंस क्यों आवश्यक है, इसका उद्देश्य क्या है, इसकी जानकारी विस्तार से दी गई। सेल्फ डिफेंस से आत्मरक्षा की क्षमता बढ़ती है। सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को आत्मरक्षा की क्षमता प्रदान करना है, जिससे वे अपने आप को खतरनाक स्थितियों से बचा सकें। सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे वह अपने आप को अधिक सुरक्षित महसूस करता है।सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण व्यक्ति को खुद की रक्षा करने की क्षमता विकसित करने में मदद करता है, जिससे वे अपने आप को किसी भी हमले से बचा सकते हैं। सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण से व्यक्ति को खतरनाक स्थितियों के प्रति जागरूक किया जाता है, जिससे वह अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। प्रशिक्षक ज्योति सिंह द्वारा बालक व बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु विभिन्न कौशलों की जानकारी दी गई। जिससे बालक /बालिकाएं विषम परिस्थितियों में स्वयं की आत्मरक्षा कर सकें। इस अवसर पर संस्था की सहायक अधीक्षक पूनम पाल, बालिका गृह की प्रांगरो अधीक्षक संगीता राय, बालगृह की प्रभारी अधीक्षक रितु राजेश, संप्रेषण गृह के प्रभारी अधीक्षक कमलेश पाण्डेय के साथ संस्था के अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।




