Mirzapur पुल की ढलाई के समय स्लैब गिरने से मचा हड़कंप, ग्रामीणों में आक्रोश

ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन
Reporter (तारा त्रिपाठी)
Mirzapur जमालपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस नीति के निर्माण में पीडब्ल्यूडी विभाग पलीता लगा रहा है। वही अभी भी सरकारी मशीनरी सरकारी धन के दुरुपयोग से बाज नहीं आ रहे है। ताजा मामला क्षेत्र के करंजी गांव स्थित गड़ई नदी पर बनाए जा रहे 3.80 करोड़ रुपए की लागत से निमार्णाधीन पुल की ढ़लाई के समय स्लैब गिरने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।अच्छा यही रहा कि कोई जान माल की क्षति नहीं हुई लेकिन सुकरुत लोहरा गांव निवासी मजदूर प्रकाश 30 वर्ष एवं पारसनाथ 50 वर्ष मलबा में दबकर घायल हो गए जिसको इलाज के लिए ट्रामा सेंटर वाराणसी भेज दिया गया। वहीं मजदूर अनिल व रामआसरे नदी में नीचे गिरने के बाद बाल बाल बच गए। यूपी सरकार के तत्कालीन मंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल द्वारा नदी पर पुल स्वीकृति कराने के बाद सन् 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था।

निमार्णाधीन पुल का स्लैब गिरने के बाद मौजूद ठेकेदार के साथ सभी कर्मी भाग गए। घटना की जानकारी मिलने पर सीओ चुनार मंजरी राव और थाना अध्यक्ष विजय कुमार सरोज पहुंचकर घायलों को इलाज के लिए भेजा। जानकारी मिलने पर शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ पुल पर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया और गुणवत्ता जांच कराने की मांग किया। पुल निर्माण के लिए 3.80 करोड़ रुपए और सड़क के लिए अतिरिक्त बजट स्वीकृत किया गया था। पांच पिलर वाले पुल के दो पिलर की ढलाई विभाग द्वारा लगभग दो वर्ष पूर्व में कराने के बाद ठिकेदार पुल निर्माण कार्य छोड़कर भाग गया था। इस सम्बन्ध में मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने बताया कि पहले पुल का बजट करीब 2.50 करोड़ था जिसका लागत मौजूदा समय में बढ़ा दिया गया है। वहीं पुल गिरने की सूचना अधिकारियों को दे दिया गया है। इसमें जो लोग जांचोपरांत दोषी होंगे उनके उपर विधिक कार्रवाई किया जाएगा।