Slide 1
Slide 1
वाराणसी

मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी से हटाए गए तिरपाल

कैमरे में क्या बोलें, गली है मुख्य सड़क नहीं...

  • सेटेलाइट इमेज के जरिए विकास का खाका खींचने की तैयारी
  • सरफराज अहमद

वाराणसी। मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी बाजार की गलियों में लगे तिरपाल को पुलिस फोर्स की मौजूदगी में नगर निगम की टीम ने बुधवार को हटा दिया। 650 मीटर लंबी गली तिरपाल से ढंकी रहती थी जिससे ग्राहकों को भीषण गर्मी में काफी राहत रहती थी। मगर तिरपाल के कारण इलाके की सेटेलाइट इमेज के जरिए विकास कार्यों का खाका खींच नहीं पा रहे थे।सड़क चौड़ीकरण अभियान के तहत प्रथम चरण में तिरपाल हटाया गया है। डेढ़ सौ से अधिक दुकानदारों ने तिरपाल लगा रखा था। तिरपाल के हटने से अतिक्रमण भी नजर आने लगा है।

तो 220 करोड़ से 17 मीटर चौड़ी होगी सड़क

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक श्रद्धालुओं की राह आसान करने के लिए योगी सरकार ने 220 करोड़ का बजट पास किया है। दालमंडी बाजार की कुल लंबाई (नई सड़क से चौक तक) 650 मीटर है।

इस सड़क को 17 मीटर चौड़ा करने का मसौदा पास हो चुका है। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम दिन 220 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ। इस रकम को मुआवजा, सड़क चौड़ीकरण, सीवर, विद्युत पर खर्च किया जाएगा। 22 करोड़ रुपए रिलीज भी कर दिए गए। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी की टीम दालमंडी में भवन की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई यानि कितने मंजिल बना है, कहां कितनी सड़क चौड़ी है। कौन सा मकान कितनी जद में आ रहा है उसकी नापी शुरू कर दी है। अभी तक 150 से अधिक घर, दुकान की नापी हो चुकी है। जल्दी ही यहां बुलडोजर चलाने की तैयारी है।

कैमरे पर क्या बोलें, जनाब…

दालमंडी की सड़क को चौड़ी करने को लेकर चल रहे अभियान के चलते मुस्लिम बाहुल्य इलाके में बेचैनी है। स्थानीय कारोबारी, निवासी कैमरे पर बोलने से कुछ भी कतरा रहे हैं लेकिन मन की कसक ऑफ कैमरा कह रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि ” जनाब ये कोई सड़क नहीं गली है, क्या गली इतनी चौड़ी होती है। सामने जो सड़क (नई सड़क और चौक) को देख रहे वो प्रमुख मार्ग है, वो भी इतनी चौड़ी नहीं जितनी दालमंडी को करने की तैयारी है।

आजादी से पहले ही भी इतनी ही सड़क चौड़ी थी। पहले कहा गया 23 फीट तक सड़क चौड़ी होगी, हमने मान भी लिया लेकिन अब सड़क 17 मीटर तक करने की बात सामने आई है। ऐसे में तो दालमंडी का अस्तित्व ही समाप्त है जाएगा। हम किसी से फरियाद भी नहीं कर सकते। बस, चुपचाप पुलिस प्रशासन की मनमानी देख रहे है। छोटे कारोबारियों का भविष्य अंधेरे में है।

उजाले से उजड़ी लग रही दालमंडी

तिरपाल के हटते ही भले ही दालमंडी में उजाला हो गया हो मगर ये उजाला वहां के लोगों को दालमंडी के उजड़ने का आगाज़ जैसा लग रहा है। अभी तक जो बिजली के तार तिरपाल के चलते नही दिखते थे, नजर आने लगे। इससे कुछ अतिक्रमण भी दिख रहा है। जो दालमंडी बाजार पूरे दिन ग्राहकों की भीड़ से ठसाठस रहती, आज उसकी रौनक गायब थी। कारोबारियों के चेहरे भी उदास दिख रहे थे। बाहर से आने वाले व्यापारी बैरंग लौटते दिखें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button