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भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना 2035 तक होगी: वैज्ञानिक एएस किरण

इसरो के पूर्व निदेशक स किरण ने कहा कि 1975 के सैटलाइट टेलिविजन प्रयोग ने संचार और प्रसारण के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की स्थापना को प्रदर्शित किया

वाराणसी । इसरो के पूर्व निदेशक ए एस किरण कुमार ने कहा कि 1975 के सेटेलाइट इंस्ट्रक्शनल टेलीविजन संचार और प्रसारण के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की क्षमता को प्रदर्शित किया। चंद्रयान_1 मिशन ने 2008 में चंद्रमा पर पानी के अणुओं की खोज की। 2014 में मंगल आर्बिटर मिशन ने इसने भारत को मंगल की परिक्रमा के अपने पहले प्रयास में सफल होने वाला पहला देश बना दिया। वही अगस्त 2023 में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर हाल ही में सफल सॉफ्ट लेंडिंग हुई। 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना हो सकेगी। एस किरण कुमार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बीएचयू में रविवार को टेक्नो फेस्टिवल टेक्निक्स 25 के अंतिम दिन रविवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित थिंक का कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2040 तक मानव युक्त चंद्र मिशन अंतरिक्ष गतिविधियों का विस्तार हो सकेगा, जिसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी शामिल होगी।

ट्रिलियन डॉलर की वैश्विक अर्थव्यवस्था का 10 20 है हिस्सा अंतरिक्ष से हासिल करने का लक्ष्य है। वहीं अमेरिकी खगोल शास्त्री व हबल स्टेट टेली स्कूल की वरिष्ठ परियोजना विज्ञानी जेनिफर वाइस मां ने अमेरिका में नशा की 10 अलग-अलग केंद्रों, गोडार्ड, स्पेस फ्लाइट सेंटर, तारा समूह आकाशगंगाओं और निहारिकाओं के बारे में बताया। उन्होंने बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून जैसे ग्रहों की विस्तृत छबियों के बारे में भी बताया। इससे पहले शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में मुंबई एक्सचेंज लिमिटेड के प्रभात निदेशक सीईओ सुंदर रमन राम मूर्ति ने कहा था कि वर्तमान परिदृश्य में जिस व्यक्ति के ऊपर कोई उधारी नहीं है वही व्यक्ति सबसे सुखी और सफल इंसान है। टेक्निक्स 25 में माहौल ज्ञान प्रतियोगिता और मनोरंजन के अद्भुत समागम से भरपूर रहा। प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने आधुनिक तकनीक व उपकरणों का प्रदर्शन किया विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली मस्तिष्क एक साथ आए।

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