नटराज संगीत अकादमी द्वारा सनबीम शिक्षण समूह के विशेष सहयोग से 29वे कथक महोत्सव का आयोजन सनबीम लहरतारा के प्रांगण में किया गया.
वाराणसी । पंडित बिरजू महाराज की वरिष्ठ शिष्या डॉ संगीता सिन्हा प्रतिवर्ष अपने गुरु को समर्पित कथक महोत्सव का आयोजन करवाती है. इस वर्ष भी यह आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र वाराणसी के निदेशक डॉ अभिजीत दीक्षित, सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ दीपक मधोक, उद्यमी किशन कुमार जालान एवं कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती संगीता सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया. इस वर्ष पंडित बिरजू महाराज की सुपुत्री एवं ख्यात कलाकार ममता महाराज, पंडित बिरजू महाराज की सुपौत्री यशस्विनी महाराज एवं संगीता सिन्हा की सुपुत्री एवं पंडित बिरजू महाराज की शिष्या उर्वशी श्रीवास्तव एवं श्रीमती संगीता सिन्हा की शिष्या ऋचा जालान ने बतौर कलाकार शिरकत की.
सबसे पहले नटराज संगीत अकादेमी के शिष्यों ने प्रस्तुति दी. अकादेमी के स्टूडेंट्स द्वारा महाराज ही के रचना थूँगा थूँगा पर नृत्य प्रस्तुति दी. इसके बाद ऋचा जालान ने महाराज जी द्वारा रचित
कस्तूरी तिलकम (कृष्ण वंदना) से शुरुआत कर तीन ताल की प्रस्तुति दी. इसके बाद उर्वशी ने जैकिशन महाराज जी द्वारा रचित गणेश वंदना से शुरुआत की और अंत में महाराज जी द्वारा रचित ग़ज़ल-वो क्या गये चमन से नज़ारे चले गये-
से समापन किया.
इसके बाद यशस्विनी महाराज और ममता महाराज जी ने पारंपरिक कथक नृत्य की प्रस्तुति दी.
कलाकारों का स्वागत संयोजिका संगीता सिन्हा ने किया.
कार्यक्रम का संचालन एवं संपादन सौरभ चक्रवर्ती ने किया.