मऊ:होलिका दहन के स्थान पर कब्जा,सड़क किनारे होता है होलिका दहन

भू-अभिलेख में दर्ज स्थान को अब तक खोज नहीं पाई नगर पंचायत
संवाददाता मऊ। जनपद की सबसे पुरानी नगर पंचायतो में शुमार नगर पंचायत कोपागंज में सड़क किनारे ही किसी तरह एन केन प्रकारेण होलिका दहन कार्य को सम्पन्न कर दी जाति हैं। विदित हो कि थाने से बाजार की तरफ जाने वाली मुख्य सड़क पर प्राथमिक विद्यालय नम्बर दो के ठीक सामने लबे रोड पूरे नगर पंचायत की होलिका जलाई जाती हैं। उक्त रास्ते से आने जाने वाले लोगों को होलिका दहन के ताप का कई दिनों तक सामना करना पड़ता हैं और इतना ही नहीं आस पास के दुकानदारों को भी आग लगने का भय बना रहता हैं। ऐसा नहीं कि नगर पंचायत कोपागंज में होलिका दहन के लिए कोई जगह नहीं हैं।
नगर पंचायत के भू अभिलेख में गाटा संख्या 538 बतौर होलिका दहन की भूमि के रूप में दर्ज हैं। फिर भी सड़क किनारे लावारिस हाल में होलिका जलाई जाती हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि भू अभिलेख में दर्ज होलिका दहन की भूमि को अब तक नगर पंचायत कोपागंज खोज नहीं पाई। और नहीं शासन प्रशासन खोज पाई। श्मशान और कब्रिस्तान का जमीन खोजने में शासन प्रशासन एड़ी चोटी एक कर देती हैं। पर होलिका दहन के स्थान को क्यों अब तक क्यों नहीं खोज पाई नगर पंचायत कोपागंज।
एसडीएम ने कहा जांच करवा कर जमीन…
होलिका दहन के स्थान को लेकर ज़ब नगर पंचायत कोपागंज ई ओ को फोन किया गया तो उनका फोन नहीं उठा तो एस डी एम सदर से फोन किया गया जिस पर उप जिलाधिकारी ने अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा गया कि इस प्रकरण की जानकारी नहीं हैं। जांच कर उक्त जमीन को खाली कराया जाएगा।
(रिपोर्ट- सतीश कुमार पांडेय)