बिहार से यूपी में प्रवेश कर रहे चंद्रशेखर रावण को पुलिस ने सैयदराजा में रोका

चन्दौली । आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर रावण को चन्दौली पुलिस ने आज तीन घंटे तक डिटेन किया। वे बिहार से उत्तर प्रदेश आ रहे थे। इसी बीच उनका काफिला सैयदराजा नेशनल हाइवे पर रोक लिया गया। इस घटनाक्रम के बाद उनके समर्थकों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का मौके पर जमावड़ा हो गया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बिहार से लौट रहे थें सांसद नगीना :
सांसद चंद्रशेखर रावण बिहार के दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र के कुड़ारी गांव स्थित संत रविदास धाम के प्रांगण में आयोजित प्रकाशोत्सव महापर्व में भाग लेने पहुंचे थे। इसके बाद वे बिहार से यूपी लौट रहे थे। तब उन्हें चन्दौली में रोका गया। हालांकि कारणों का पता नहीं चल पाया है। साथ ही पुलिस ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है। लेकिन रावण और उनके समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए विरोध किया।
भारी पुलिस बल मौके पर तैनात :
चंद्रशेखर रावण के साथ उनके समर्थकों की बड़ी संख्या मौजूद थी, जिनमें भीम आर्मी कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस दौरान चन्दौली पुलिस ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया था। एसडीएम, एडिशनल एसपी और कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर थी। पुलिस ने काफिले को तीन घंटे तक रोककर सांसद को डिटेन किया, जिससे यह घटना चर्चा का विषय बन गई है।
पार्टी के के खिलाफ साजिश :
चंद्रशेखर रावण और उनके समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि यह कार्रवाई उनके विरोधी दलों के दबाव में की गई। रावण का कहना था कि उन्हें बिना किसी कारण के रोका गया और यह पूरी घटना उनकी पार्टी के खिलाफ साजिश का हिस्सा है।
राजनीति गलियारे में चर्चा हुई तेज :
इस घटनाक्रम के बाद, भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कुछ समय बाद, पुलिस ने चंद्रशेखर रावण को छोड़ दिया, लेकिन इस घटनाक्रम को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज हो गई है। यह घटना आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक माहौल को और भी गरम कर सकती है।
समर्थकों ने लगाया आरोप :
चंद्रशेखर रावण के समर्थकों का आरोप है कि यह कार्रवाई उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए की गई है। वहीं, पुलिस प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया और किसी भी प्रकार की अनावश्यक कार्रवाई नहीं की गई।