
श्रीकाशी विश्वनाथ मां अन्नपूर्णा तथा काल भैरव में मंदिर में 5 लाख से ऊपर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा
काशी के नमो घाट से लगाए अस्सी घाट तक श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
काशी में लाखों की भीड़ के मद्दे नजर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल जिला अधिकारी एस राज लिंगम तथा कमिश्नर कौशल राज शर्मा सहित शहर के दर्जनों अधिकारी सड़कों पर उतरे
वाराणसी। महाकुंभ के पलटवार से काशी में आए लाखों श्रद्धालु गोदौलिया, l बांस फाटक, ज्ञानवापी, चौक, मैदागिन, दारानगर, लहुराबीर, विशेश्वरगंज के अलावा दशा श्वमेध घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, ललिता घाट, मानसरोवर घाट, मीर घाट, नमो घाट, प्रहलाद घाट, गोलाघाट गायघाट, लालघाट, मणिकर्णिका घाट, सिंधिया घाट, पंचगंगा घाट ब्रह्मा घाट, गोलाघाट सहित काशी के अस्सी घाट लगाया लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। काशी के प्रसिद्ध श्री काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के मंदिर मां अन्नपूर्णा तथा श्री काल भैरव मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं से मंदिर पट चुका है और बनारस की समस्त शहर गलियां पूरी तरह से यातायात व्यवस्था से ध्वस्त हो चुकी है। काशी की नगरी में महाकुंभ से पलटवार होते हुए काशी में आए लाखों श्रद्धालु हुआ कई हजार वाहन के आने से पुरी वाराणसी शहर यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। इस समाचार को सुनते ही वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल जिला अधिकारी एस राज लिंगम कमिश्नर कौशल राज शर्मा सहित शहर की दर्जनों अफसर घाटों की सुरक्षा को व्यवस्था को देखने पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस, जल पुलिस एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ श्रद्धालुओं को घाटों पर लाइन कतारबद्ध लगाकर धीरे-धीरे सड़कों पर निकल रहे हैं जिससे शहर की यातायात व्यवस्था ठीक हो चुके। इसी वजह से जिलाधिकारी वाराणसी एस राज लिंगम में 27 जनवरी से लगातार 5 फरवरी तक शहर के सभी स्कूलों कॉलेजों को बंद कर ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को जारी रखने का भी निर्देश दिया है।
विदित हो कि प्रयागराज में 144 वर्षों बाद महाकुंभ होने के बाद 10 करोड़ से ऊपर श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर काशी विश्वनाथ दर्शन पूजन के लिए लौट रहे हैं जिससे 10 लाख से ऊपर श्रद्धालु सोमवार को काशी में पहुंचे जहां पर सोनारपुर, जांगमबाड़ी, गोदौलिया, दशा सुमेध, luxa, गिरजाघर नई सड़क, लहुराबीर, मलदहिया, इंग्लिश या लाइन, काशी विद्यापीठ सहित कैंट स्टेशन पर श्रद्धालुओं का सैलाब तथा कई लाख वाहनों के आगमन से वाराणसी शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।