सब्जियों से जुड़े उद्यमिता विषयों में अपार व्यापार
एग्रीक्लीनिक-एग्रीबिजनेस केंद्रों की कृषि विपणन में महत्वपूर्ण भूमिका
वाराणसी । हैदराबाद और भा.कृ.अनु.प.- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा संयुक्त रूप से कृषि उद्यमी युवाओं के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संस्थान में किया गया। इस में उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य के 27 कृषि उद्यमियों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण में सब्जी व्यवसाय से जुड़े सभी महत्वपूर्ण बिन्दुवों पर चर्चा की गई जैसे जैविक कृषि की विधि, गराफ्टिंग विधि से पोमैटो, ब्रीमेटो बनाने की तकनीक, संरक्षित खेती, पौधशाला प्रबंधन, सब्जी प्रसंस्करण, माइक्रोबीअल उत्पाद, हाइब्रिड बीज उत्पादन, रोग नियंत्रण, निर्यात और मार्केटिंग, स्टार्ट-अप इत्यादि पर व्याख्यान और प्रयोग किए गए। संस्थान के प्रक्षेत्र भ्रमण के समय तकनीकी और व्यावहारिक ज्ञान की चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण के कोर्स निदेशक डॉ एस के सिंह और डॉ हरे कृष्णा थे। इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य प्रतिभागियों में सब्जी उत्पादन व्यवसाय से जुड़े ज्ञान में वृद्धि, नई तकनीकों की जागरूकता, अलग-अलग तकनीकों की जानकारी और सब्जी व्यवसाय को बढ़ावा देना था। प्रमाणपत्र वितरण में सभी प्रतिभागियों को सब्जी उत्पादन की वैज्ञानिक विधि पर पुस्तिका और डॉ डी पी सिंह द्वारा माईक्रोबियल उत्पाद भी उपलब्ध कराया गया। डॉ अनंत बहादुर ने सब्जी ग्राफ्टिंग विषय पर प्रतिभागियों का उत्साह देख अगली प्रशिक्षण जल्दी करने का आश्वासन दिया। निदेशक डॉ नागेंद्र राय ने सभी प्रतिभागियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और संस्थान से तकनीकी सहायता देने का विश्वास दिलाया।