होली खेलने से पहले क्या रखें, सावधानियां

प्राची राय वाराणसी
फागुन के महिने में जब हल्की हल्की हवा चलती है तो चारों दिशाओं का माहौल भी फागुनी रंग मे रंगा जान पड़ता है। होलिका दहन के दूसरे दिन ही होली खेली जाती है।
होली मात्र रंगों का त्योहार नहीं बल्कि आपसी प्रेम का प्रतीक है।
यह तो सही है कि होली खेलने पर चेहरे को रंगों से पूरी तरह नहीं बचाया जा सकता है। यदि आप चाहते है कि होली खेलने के बाद होली का रंग आपके चेहरे पर न लगा रहे, उस पर अपना प्रभाव भी न छोड़े आपको निम्न उपाय करना होगा।
× कपड़े ऐसे पहने ,जो सिंथेटिक और पूरी बांह का हो । गला भी छोटा हो । इससे रंग अंदर तक नहीं पहुँचेगा।
× रंग खेलने से पहले आप सारे शरीर पर सरसों का तेल लगा ले। सरसों का तेल लगाने से रंग त्वचा पर असर नहीं कर सकेगा। यदि रंग शरीर व चेहरे पर लग भी जाता है तो उसे साबुन से न छुड़ाए । इससे त्वचा पर छाले पड़ सकते है या त्वचा फट सकती है ।
रंग छुड़ाने के लिए कोल्ड क्रीम लगा ले । इससे त्वचा पर पसीना आएगा । इस पसीने को आप रूई से पोछ ले। पसीने के साथ रंग भी उतर जाएगा ।
चेहरे पर अधिक रंग लग लग गया है तो उसे रंग को उतारने के लिए हल्दी बेसन तथा तेल मिलाकर उबटन बना ले । इसे चेहरे पर लगाकर हल्के हल्के हाथों से रगडे। इससे त्वचा का रंग छूट जाएगा।
हाथ पैरों का रंग अमचूर से भी छूडा सकते है। अमचूर भूलकर भी चेहरे पर मत लगाये क्योंकि इससे त्वचा फट सकती है । चेहरे का रंग छुड़ाने के बाद अगर जलन हो तो गिलसरीन मे गुलाब जल मिलाकर लगा ले । थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से धो ले । इसके बाद क्रीम लगा ले।।
रंग खेलने के लिए गुलाल घर पर ही बनाये।
इसके लिए 100 ग्राम टेसू के फूल लेकर एक बाल्टी मे भिगो दे । सुबह फूल निकालकर बाल्टी मे निचोड दे। बढ़िया नारंगी रंग तैयार हो गया । रंग गहरा बनाने के लिए चूना मिला ले।
इसी प्रकार गुलाल बनाने के लिए कोई भी रंग पानी मे घोल ले । इसमें कुछ चावल डालकर सूखग दे। जब चावल सुख जाए तो उन्हें बारीक पीस ले फिर पतले कपड़े से छान ले । गुलाल तैयार हो गया इसमें थोड़ा इत्र मिला ले।