एजुकेशन

राजकीय प्राथमिक विद्यालय व पंचायत भवन में जुटेंगे एनएसएस स्वयंसेवी

एनएसएस वीकेएम का सात दिवसीय विशेष शिविर कल से

वाराणसी। वसंत कन्या महाविद्यालय द्वारा एनएसएस का सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी, (यूनिटः 014 A) डॉ. शशि प्रभा कश्यप, द्वारा 3 मार्च से 9 मार्च 2025 तक राजकीय प्राथमिक विद्यालय एवं पंचायत भवन, अंबेडकर ग्राम, छित्तूपुर खास, बीएचयू में किया जाएगा। डा. शशि प्रभा कश्यप ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना शैक्षणिक विस्तार में एक महान प्रयोग है। यह निरंतर सामुदायिक संपर्क के माध्यम से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में स्वैच्छिक कार्य की भावना पैदा करता है। यह हमारे शैक्षणिक संस्थानों को समाज के करीब लाता है। यह दिखाता है कि ज्ञान और कार्रवाई को कैसे जोड़ा जाए ताकि ऐसे परिणाम प्राप्त किए जा सकें जो सामुदायिक विकास के लिए वांछनीय हों। इस एनएसएस सात दिवसीय विशेष शिविर के आयोजन का उद्देश्य स्वयंसेवकों और समुदाय के बीच जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना है। प्रत्येक दिन एक विशिष्ट विषय को समर्पित है, जिसका उद्देश्य शिक्षित करना, सशक्त बनाना और सकारात्मक बदलाव लाना होगा। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को अपनी अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए आमंत्रित किया जायेगा और प्रतिभागियों को शामिल करने के लिए विभिन्न विषयों पर रैलियां, स्किट, भाषण, पोस्टर प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी इंटरैक्टिव गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। सात दिवसीय एनएसएस कार्यक्रम के पहले दिन 3 मार्च को सत्र 1 में दैनिक जीवन में बुनियादी योग अभ्यास अतिथि वक्ताः डॉ. योगेश कुमार भट्ट, वरिष्ठ योग प्रशिक्षक, योग साधना केंद्र, बीएचयू होंगे तो सत्र 2 में मेरा भारत आउटरीच कार्यक्रम के अतिथि वक्ताः डॉ. कृष्णानंद आचार्य होंगे। इस सत्र का उद्देश्य प्रतिभागियों को बेहतर स्वस्थ जीवन के लिए दैनिक जीवन में बुनियादी योग अभ्यासों को शामिल करने के बारे में शिक्षित करना होगा। दूसरे सत्र में मेरा भारत आउटरीच कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। यह युवाओं के लिए एक मंच है, जो भारत की समृद्ध विरासत, सांस्कृतिक मूल्यों, नौकरी के अवसरों और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की जिम्मेदारियों पर जोर देता है।

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मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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