उत्तर प्रदेशधर्मवाराणसी

जश्ने ईद मिलादुन्नबी में अंजुमनों के नातिया कलाम से लोग हुए फ़ैज़याब

मौलाना ने नबी की तालीम पर अमल पर दिया ज़ोर 

sarfaraz Ahmad

वाराणसी। जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन अंजुमन पैगाम-ए-हुसैनी शेख सलीम फाटक, नई सड़क के संयोजन में हंकार टोला बगीचे में किया गया। पाक कुरान की तेलावत से शुरू हुए इस आयोजन की सदारत मौलाना जकीउल्लाह कादरी ने करते हुए जहां नबी की जिंदगी और उनकी तालीम पर रौशनी डाली वहीं उन्होंने नबी की तालीम पर अमल करने पर जोर दिया। इस दौरान तकरीबन दो दर्जन अंजुमनों ने नबी की शान में नातिया कलाम पेश कर लोगों को फैज़याब किया।

अंजुमन खुददाम-ए-चिश्तिया फारुकिया कुदबन शहीद, अंजुमन खुद्दामे खैरुल अनाम राजापुरा, अंजुमन गुलामने वारिस खजूर वाली मस्जिद, अंजुमन एशातुल इस्लाम कुंजीगढ़ टोला, अंजुमन रज़ा-ए-मुस्तफा कर्णघण्टा, अंजुमन अनवारे तैबा कपड़ा मार्केट नयी सड़क, अंजुमन दावते इस्लाम खजूरी, अंजुमन शाहे मदीना काशीपुरा, अंजुमन निजामिया खैराबाद, अंजुमन पैगामे अहले बैत लल्लापुरा, अंजुमन बहारे शरियत दोषीपुरा, अंजुमन गुलामने अहले बैत रेवड़ी तालाब, अंजुमन तकरीबते इस्लामी सराय हड़हा, अंजुमन फलाह-ए-दीन शैख सलीम फाटक, अंजुमन गुलामाने गौसे पाक नई सड़क मैदान, अंजुमन गरीब नवाज बगीचा, अंजुमन फिरदौसे अदब चाहमामा, अंजुमन जानीसारे सहाबा टांडा, अंजुमन फारुकिया भीकाशाह गली, अंजुमन गुलामने सहाबा अम्बिया मंडी, अंजुमन इलाहिया कोयला बाजार व अंजुमन सुन्नते रसूल सरैया ने अपने नूरानी नातिया कलाम से लोगों को बांधे रखा।

इस दौरान जीती हुई अंजुमनों में पहला प्राइज अंजुमन फ्लाह-ए-दीन शेख सलीम फाटक को युवा समाजसेवी अहमद रज़ा बाबू ने अपने हाथों से इनाम दिया। आयोजन में सैफ कुरैशी, साकिब बेग, ज़ैद, अमन खान, तारिक खान, मुन्ने बाबू आदि लोग व्यवस्था संभाले हुए थे।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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