
वाराणसी । भा.कृ.अनु.पं.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एण्ड टेक्नोलॉजी योजना के सबमिशन ऑफ एग्रीकल्चर एण्ड टेक्नोलॉजी योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से आये हुए 40 प्रगतिशील किसान प्रशिक्षणार्थीयों का पाँच दिवसीय दिनांक 13 से 17 जनवरी तक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को कीट एवं रोग प्रबंधन, जैविक खेती, सब्जी पौध ग्राफ्टिंग, बीज उत्पादन, संरक्षित खेती, मशरुम उत्पादन, सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सम्बन्धित व्याख्यान व प्रायोगिक ज्ञान दिया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय ने वैश्विक बाजार के विस्तार पर चर्चा करते हुए किसानों को निर्यात योग्य सब्जियों को उगाने पर बल दिया एवं ताजी सब्जियों की गुणवत्ता बनाये रखना, प्रसंस्करण व मूल्य सम्बर्धन आज की आवश्यकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक व प्रधान वैज्ञानिक डॉ. डी.आर. भारद्वाज ने बताया कि कद्दूवर्गीय सब्जियों को पूरे वर्ष बाजार में उपलब्धता बनायें रखने के लिए मौसम के अनुकूल खेतों में नदियों के किनारे, पाली हाउस व लो टनेल जैसी संरचना में जैविक व कार्बनिक खेती की पद्धति को अपनाने के साथ ही साथ सही अवस्था में मानक के अनुरुप तुड़ाई करनी चाहिए।
प्रशिक्षण समापन पर किसानों को संस्थान के निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं किचेन पैकेट का वितरण किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. डी.आर. भारद्वाज, प्रधान वैज्ञानिक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया एवं प्रशिक्षण में अजय यादव, यशपाल सिंह व प्रमोद कुमार सिंह ने सहयोग प्रदान किया।