एजुकेशनवाराणसी

दो दिन में मदरसाकर्मियों के रुके वेतन भुगतान का डीएमओ ने दिया आश्वासन 

डीएमओ से मिले आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के पदाधिकारी

वाराणसी। ऑल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया वाराणसी जनपद का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से राज्यानुदानित मदरसों के शिक्षक/ कर्मचारियों के माह दिसंबर 2024 के रुके हुए वेतन के संबंध में मिला। वेतन भुगतान न होने के कारण शिक्षक कर्मचारी की परेशानियों से उन्हें अवगत कराया। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने तत्काल एक्शन लेते हुए कार्यालय में मदरसों की जमा वेतन रजिस्टर पर वेतन पारित करने हेतु कार्यवाही संपन्न कराई। 13 और 14 जनवरी को कार्यालय एवं ट्रेजरी बंद होने की वजह से वेतन पारित करने में कठिनाई हुई, इसलिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वत कराया कि 15 जनवरी तक वेतन सभी शिक्षक/कर्मचारियों के अकाउंट में पहुंच जाएगा।

इस अवसर पर एसोसिएशन के पदाधिकारी ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को एसोसिएशन की ओर से मदरसों के अवकाश के संबंध में छपवाई गई किताब, अवकाश नियम संग्रह पुस्तक भी भेंट स्वरूप प्रदान की। प्रतिनिधि मंडल में वहीदुल्लाह खान सईदी (राष्ट्रीय महामंत्री ऑल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया), हाजी मोहम्मद शाहिद सदस्य प्रदेश कार्यकारिणी, मौलाना ज़ैद अहमद अंसारी जिला अध्यक्ष, कारी मुनव्वर अली जिला उपाध्यक्ष, महफूज़ खान जिला महामंत्री, ज़ैद अहमद फारुकी, ज़िला मंत्री, मौलाना इरफान उल्लाह कादरी जिला कोषाध्यक्ष, अब्दुल्लाह खान, असरार खान, ज़्याउर्ररहमान खान, मोहम्मद हारुन, मोहम्मद तारिक, असरार खान, नसीमुद्दीन खान, रईसुल हसन, मोहम्मद कमरुल इस्लाम, मेराज सिद्दीकी, मौलाना मोहम्मद अफ़जल खान, अरशद ज़्या, मौलाना अबुल कासिम, मास्टर मोहम्मद साबिर, अनवारुल हसन, मास्टर अज़हरुद्दीन, मास्टर असरारू उल हक, इत्यादि लोग मौजूद थे।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button