वाराणसीसाहित्य

सनातन परंपरा में पर्यावरण संरक्षण की परंपरा हजारों साल से चल रही है: शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी

भारत में संत प्रारंभ से ही पर्यावरण वैज्ञानिक रहे: संजय सिंह

वाराणसी । श्री गुरु राजेश्वर राम युवा संघ द्वारा ग्राम सभा फत्तेपुर ,बड़ागांव में पूज्य अमृता देवी बिश्नोई स्मृति व्याख्यान समारोह एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन कल 1 दिसंबर को हुआ ! कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (उत्तर प्रदेश शासन )  रजनी तिवारी की गरिमामई उपस्थिति रही ! मुख्य अतिथि. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श रजनी तिवारी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन भारत में अमृता देवी जी जैसी विभूतियों का होना ये हम सब को बताता है कि सनातन परंपरा में पर्यावरण संरक्षण की परम्परा हजारों हजार साल से रही है,ये राम राज्य की परिपाटी रही है जो आज भी सरकार के मुखिया मा. मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है!ऐसे आयोजन लगातार होने चाहिए ,उन्होंने मा. प्रधानमंत्री जी के जोधपुर में अमृता देवी बिश्नोई जी के नमन और चैंपियंस ऑफ अर्थ सम्मान ,प्रधानमंत्री द्वारा उनको(अमृता देवी बिश्नोई जी) को समर्पित करने का भी जिक्र किया और अंत में गोस्वामी तुलसी जी की की चौपाई से उद्बोधन का समापन किया!कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में बोलते हुए डॉक्टर सुरेश  ने भारत में नदी संरक्षण के विमर्श को आगे बढ़ाने का जिक्र किया ! विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने उद्बोधन में कहा कि भारत में संत प्रारंभ से ही पर्यावरण वैज्ञानिक भी रहे हैं,बिश्नोई समाज के संस्थापक जाभोजी महराज और बाबा संभव राम जी भी संत परंपरा में पर्यावरण वैज्ञानिक के रूप में ख्यात हैं !कार्यक्रम संयोजक में मुख्य रूप से आयोजक अशोक कुमार सिंह जी ,डॉक्टर पंकज कुमार सिंह जी,शशिशंकर पटेल रजत ,विदित रोशन ,डॉक्टर आकाशदीप ,रोहित और अन्य रहे!कार्यक्रम का संचालन स्वतंत्र बहादुर सिंह  ने किया,धन्यवाद ज्ञापन श्री डॉक्टर पंकज सिंह  ने किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button