सरफराज अहमद
अजमेर। अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज के 813 वें सालाना उर्स के लिए ‘झंडे की धार्मिक रस्म’ निभाने भीलवाड़ा के लाल मोहम्मद गौरी का परिवार दो दिन से पहुंचा हुआ है। झंडे की रस्म लाल मोहम्मद गौरी के पोते फखरुद्दीन गौरी एवं सैय्यद मारूफ अहमद आज शाम निभाएंगे।
अजमेर दरगाह कमेटी के गरीब नवाज गेस्ट हाऊस में ठहरे गौरी परिवार के पास अजमेर में ही तैयार कराया गया झंडा पहुंच गया है, जिसे आज 28 दिसंबर को असर की नमाज के बाद जुलूस की शक्ल में ले जाकर दरगाह के बुलंद दरवाजे पर रोशनी से पहले चढ़ाया जाएगा। यहां 21 तोपों की सलामी भी दी जाएगी। इसी के साथ 813 वें सालाना उर्स की अनौपचारिक शुरुआत होगी।
इस दौरान दरगाह गेस्ट हाऊस से झंडे का जुलूस निकाला जाएगा। गौरी परिवार झंडे को थामे रहेगा। पुलिस बैंड की मधुर धुन तथा शाही कव्वाल का सूफियाना कलाम पेश होगा। झंडे के जुलूस में मोटे रस्सों की घेराबंदी की जाएगी ताकि झंडे को ‘चूमने’ के लिए उमड़ने वाले हुजूम से कोई अनहोनी न हो। इस दौरान झंडे की एक झलक पाने के लिए सड़कों, मकानों एवं होटलों की छतों तथा दरगाह परिसर में भारी भीड़ को देखते हुए दरगाह कमेटी का अमला तथा पुलिस मुस्तैद रहेगी।