शादियों में फिजुल खर्ची न करने का बुनकर बिरादराना तंजीम ने किया ऐलान
जलसे में तालीम पर भी दिया जोर
सरफराज अहमद
वाराणसी। पीलीकोठी स्थित मोहल्ला कटेहर के मैदान में बुनकर विरादराना तंजीम चौदहों के सदर सरदार मकबूल हसन की सदारत में यह फैसला लिया गया कि शादियों में फिजुल खर्ची बढ़ती जा रही है। अब इस पर रोक लगाई जाएगी।
इससे पहले शनिवार को कटेहर में हुए जलसे का आयोजन पाक-कुरान की तेलावत से किया गया। जलसे में शादियों में फिजुल खर्ची पर चिंता जताई गई और रोक लगाने का ऐलान किया गया। मुफ्ती-ए-शहर मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने जलसे को खेताब करते हुए कहा कि मजहबे इस्लाम दुनिया की भलाई के लिए काम करता है। जब भी कोई दुश्वारियां और परेशानी समाज में आती है उसे दूर करने के लिए उलेमा और आलिम आगे आकर परेशानी का हल ढूंढते हैं। मौजूदा वक्त में समाज को निकाह और वलीमा में फिजूल खर्ची बढ़ती जा रही है जो ठीक नहीं है। उन्होंने शादियों में फिजुल खर्च न करने पर जोर देते हुए बच्चों को बेहतर तालीम देने पर जोर दिया। इस मौके पर हाजी अब्दुल वाहिद, इशरत उस्मानी, तूफैल अंसारी, मौलाना बेलाल, अनीसुर्रमान, फुलानु, अब्दुल रहीम, कल्लू हाजी, हाजी वकील, मोहम्मद अंसारी, अनिसूरहमान उर्फ कल्लू (पूर्व पार्षद) इत्यादि लोग मौजूद थे।