
नीलिमा राय
वाराणसी ।आज की एसीडीटी एक आम समस्या है। खानपान में लापरवाही के कारण यह समस्या काफी बढ़ जाती है। यह समस्या गरिष्ठ, तेल, मिर्च, अमलीय रस्म बने खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने से होती हैं। इसमें अक्सर पेट फूल जाता है। खाना नहीं पचता है।
ज्यादा मात्रा में चाय कॉफी एल्कोहल, सिगरेट गुटखा गट्टे, गरम तीखे सूखे जल पैदा करने वाले आहार व ड्रिंक्स का सेवन करना। ज्यादा तनाव।क्रोध में रहना बेसमय भोजन करना एसीडीटी को बढ़ा रहा है जो कि आज के समय की बहुत बीड़ी बीमारी बन गई है।
एसीडीटी के लक्षण
खट्टी डकारी आना मुँह में पानी भरना सिर चकराना, भोजन में अरुचि।पित का जल्दी-जल्दी बढ़ना पेट में जलन होना, खट्टी डकारें आना।लगातार कब्ज़ रहना
एसिडिटी कोदूर करने के उपाए
तीखी चटपटे भारी ज्यादा गर्म और
खट्टे पदार्थों का न करें । फ्रिज में रखा देर तक आह खाएं ।
मांस मदिरा कोल्ड ड्रिंक्स न लें
ज्यादा तला भूना कबाब आदि बिल्कुल न लें
सोने से पहले हल्का गरम दूध या सादा।पानी पीकर सोएं।
नमक व मीठा का कम सेवन करें।
सुबह नाश्ते में दो केले एकcup दूध में लें
एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए सोने से कम से कम तीन घंटे पहले खाना खाना चाहिए है। ताकि खाने को पचने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। इसके अलावा अगर आपको सोने से पहले भूख लगती है, तो खिचड़ी या कुछ हल्का खाना खाएं।