धर्मवाराणसी

ठंड और भूख से बचाने के लिए शीतकालीन सेवा कार्यक्रम का विशाल भारत ने किया शुभारंभ

गरीबों और पीड़ितों की सेवा ईश्वरीय कार्य है

जिनके बच्चों ने माँ-बाप को बेसहारा छोड़ दिया उनका ध्यान रखेगा विशाल भारत

वाराणसी । कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए 80 वर्षीय मुन्नी देवी जब उनके ही बच्चों ने बेसहारा छोड़ दिया, तब उन्होंने जीने की आस ही छोड़ दी। सिर्फ मुन्नी देवी नहीं ऐसी कई बुजुर्ग हैं जो अपने ही घर में नजरअंदाज कर दिये गए हैं, दो वक्त की रोटी और गर्म कपड़े के लिये मोहताज हैं। ऐसे ही बुजुर्गों, निराश्रितों एवं वंचित समूहों के लिये विशाल भारत संस्थान ने जरूरतों को देखते हुए ‘शीतकालीन सेवा कार्यक्रम’ की योजना बनाई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वाराणसी की न्यायाधीश नेहा सिंह ने सुभाष मन्दिर में पुष्प अर्पित कर एवं दीपोज्वलन कर विशाल भारत संस्थान के ‘शीतकालीन सेवा कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया। सर्प्रथम न्यायाधीश नेहा सिंह ने परम् पावन राष्ट्रदेवता नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को गर्म शॉल अर्पित कर सेवा कार्य को मूर्त रूप दिया।

विशाल भारत संस्थान ने अपने ग्राम प्रमुखों के माध्यम से निराश्रित बुजुर्गों की सूची और उनकी जरूरतों की जानकारी प्राप्त कर ली थी। ऐसे ही महिलाओं को सुभाष भवन में आमंत्रित किया गया था, जिनको न्यायाधीश नेहा सिंह ने अपने हाथों से कम्बल ओढ़ाया, पैर में मोजे पहनाएं और अनाज बैंक की ओर से अनाज वितरित किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि नेहा सिंह ने कहा कि सेवा कार्य ईश्वरीय कार्य है। निराश्रितों एवं पीड़ितों की मदद कर विशाल भारत संस्थान ने मानवता की सेवा की है। सबसे अच्छी बात है कि ऐसे लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर उनकी सेवा के लिये अभियान चलाए जा रहे हैं। यह दिल को छूने वाली बात है। भारतीय संस्कारों से अलग होने का नतीजा है अपने ही घर में माँ-बाप की उपेक्षा। रिश्तों की कीमत न समझने वालों ने ऐसा समाज बना दिया कि सब कुछ रहते हुए भी लोग निराश्रित हो गए हैं। ऐसे समय में मानवीय मूल्यों को बचाने के लिये विशाल भारत संस्थान का अभियान सराहनीय है। इस वक्त बुजुर्गों को गर्म कपड़े, कम्बल, दवा और भोजन की जरूरत है। यह न्यूनतम जरूरत को पूरा करने का जिम्मा उठाना समाज के लिए आईना है।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि ग्राम प्रमुखों के माध्यम से गांवों में बुजुर्गों के हालात पर हमारा पूरा ध्यान है। जैसी जरूरत होगी, वैसी मदद की जाएगी। चिकित्सकीय मदद के लिये हॉस्पिटल और डॉक्टर की भी सेवा ली जाएगी।

अध्यक्षता कर रहे हरिशंकर ने कहा कि सेवा के लिये नवयुवकों को आगे आना चाहिये।

संचालन विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ० अर्चना भारतवंशी ने किया। डॉ० मृदुला जायसवाल, आभा भारतवंशी, शिवशरण सिंह, राहुल सिन्हा, खुशी भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी ने वितरण में सहयोग किया।

ठंड और भूख से बचाने के लिएइस अवसर पर धन्नो देवी, राधे देवी, कलावती, रेखा, प्रभावती, बुद्धन, हीरावती, धनेसरा, देवपत्ती, सत्यनारायण, पन्ना लाल, लालचन्द, रामाश्रय, संजू, पुष्पा, सरोज, मुनका, लक्ष्मीना, गुलाबी, चमेली, माया, चनरा, दुर्गावती,शिमला, रीना, अनीता, रंजना आदि लोगों को शीतकालीन सेवा कार्यक्रम से लाभान्वित किया गया।

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