
भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा: स्कूल सुरक्षा, छात्र सफलता और ब्रांड सुदृढ़ता पर केंद्रित ‘चेंजमेकर्स और ट्रांसफॉर्मेटिव लीडर्स’ के विचारों से प्रेरित हुए शिक्षक
वाराणसी । भव्य ‘एजुकेशन लीडरशिप रिट्रीट-2024’ का आयोजन 21 से 23 दिसंबर 2024 तक सनबीम स्कूल, वरुणा के प्रांगण में किया गया। इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर अनेक प्रतिष्ठित अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनमें मुख्य रूप से डॉ. सुमेर सिंह (अध्यक्ष, बोर्डिंग स्कूल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया), दिलीप ठकोर (पब्लिशर/एडिटर, एजुकेशन वर्ल्ड), सिद्धार्थ सिंह (निदेशक, द एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर), भाविन शाह (सीईओ, एजुकेशन वर्ल्ड), सीमा झिंगन (पार्टनर, लेक्स काउंसल, दिल्ली), कौस्तव डे (सह-संस्थापक, जोडो), प्रोदिप्ता होरे (कार्यक्रम निदेशक, बिरला एजुकेशन एकेडमी, मुंबई), डॉ. शीला मल्ल्या (प्रिंसिपल, चिल्ड्रन एकेडमी, मुंबई), श्रीमती अमृता बर्मन (निदेशक, सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस, वाराणसी) एवं सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस के बोर्ड के सदस्य उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत सनबीम स्कूल, वरुणा के छात्रों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक ऑर्केस्ट्रा की प्रस्तुति और सनबीम स्कूल, सारनाथ और सनबीम स्कूल, लहरतारा के सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई। इसके बाद, डॉ. सुमेर सिंह ने ‘चेंजमेकर्स और ट्रांसफॉर्मेटिव लीडर्स’ विषय पर अपने विचार साझा किए तथा दिलीप ठाकुर ने अपनी प्रेरणादायक संबोधन से सभी को प्रबुद्ध किया।
सिद्धार्थ सिंह ने ‘सुरक्षित शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करना: समग्र स्कूल सुरक्षा ढांचा और अभ्यास’-विषय पर व्याख्यान दिया। इसके बाद श्रीमती सीमा झिंगन ने बच्चों के लिए ‘सुरक्षित शिक्षण वातावरण’ सुनिश्चित करने पर अपने विचार प्रस्तुत किए। श्री कौस्तव डे ने ‘फीस संग्रह को अदृश्य बनाना’-विषय पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। इसके बाद ‘मजबूत कार्यबल का निर्माण: शिक्षकों के प्रशिक्षण और कक्षा की वास्तविकता के बीच की खाईं को पाटना’ – विषय पर एक पैनल चर्चा हुई, जिसमें प्रोदिप्ता होरे (कार्यक्रम निदेशक, आदित्य बिरला एजुकेशन अकादमी, मुम्बई), विभा कपूर (प्रिंसिपल, वेल्हम गर्ल्स स्कूल, देहरादून), और अभिषेक बागची (प्रिंसिपल, प्रेसिडेंसी स्कूल, बेंगलुरु) जैसे प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया। इस चर्चा का संचालन सुमैया यासमीन (प्रबंध संपादक, एजुकेशन वर्ल्ड) ने किया।
दोपहर में, सौरव सिन्हा (प्रिंसिपल, मेयो कॉलेज, अजमेर) ने मुख्य भाषण दिया। इसके बाद ‘चेन स्कूल बनाम एकल स्वामित्व वाले स्कूल: लाभ और चुनौतियां’-विषय पर पैनल चर्चा आयोजित हुई, जिसमें श्रीमती नीरा सिंह (प्रिंसिपल, राजमाता कृष्णा कुमारी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, जोधपुर), सचिन वत्स (संस्थापक, गुरुकुल द स्कूल, गाजियाबाद), डॉ. दीपक माधोक (चेयरपर्सन, सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस, वाराणसी) और अन्य प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया। चर्चा का संचालन भाविन शाह (सीईओ, एजुकेशन वर्ल्ड) ने किया। इसके अलावा श्रीमती सोनाली घोष (हेड, बिजनेस डेवलपमेंट, एक्सिस फाइनेंस लिमिटेड) ने शिक्षा क्षेत्र के लिए विशेष वित्तीय समाधान प्रस्तुत किए
श्रीमती स्वाति गणेती (डायरेक्टर, मास्टर्स यूनियन) ने ‘अकादमिक्स से परे: तेज़ी से बदलती दुनिया में छात्रों की सफलता को बढ़ावा देना’- विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। श्रीमती शिखा अग्निहोत्री ने ‘पीओएसएच एक्ट-2013: शिक्षा में लैंगिक समानता और सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करना’ विषय पर मास्टरक्लास के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध किया।
समापन समारोह में
डॉ. दीपक मधोक (चेयरपर्सन) और श्रीमती भारती मधोक (वाइस-चेयरपर्सन) ने समापन भाषण देकर सभी को प्रेरित किया। अंत में श्रीमती प्रतिमा गुप्ता (सहायक निदेशिका) ने धन्यवाद-प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए आयोजन को सफल बनाने में सभी के प्रयासों की सराहना की।