सब्जियों में ग्राफ्टिंग तकनीक द्वारा उद्यमिता विकास
वाराणसी । भा.कृ.अनु.प.- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में उत्तर प्रदेश शोध परिषद (उपकार), लखनऊ, उत्तर प्रदेश के वित्त पोषित परियोजना के अन्तर्गत सब्जियों में ग्राफ्टिंग द्वारा उद्यमिता विकास पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक 16 दिसम्बर 2024 को किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य किसानों को उद्यमित बनाना तथा उनकी आय बढ़ाना। ग्राफ्टिंग तकनीक से जहाँ रोगमुक्त सब्जियों से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं वहीं दूसरी तरफ ग्राफ्टिंग पौध का विक्रय कर उचित मुनाफा ले सकते हैं। इस प्रशिक्षण में 6 जनपदों से कुल 24 प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं। विभिन्न जनपदों से आये किसानों का स्वागत उद्बोधन डॉ. अनन्त बहादुर, प्रधान वैज्ञानिक एवं विभागाध्यक्ष, सब्जी उत्पादन विभाग द्वारा किया गया। डॉ. बहादुर ने ग्राफ्टिंग तकनीक करने की विधियों तथा ग्राफ्टिंग पौधे तैयार करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से चर्चा किया। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत डॉ. नीरज सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, कृषि प्रसार ने किसानों को ग्राफ्टिंग तकनीक से उद्यमिता विकास तथा इसकी बारीकियों से किसानों को अवगत कराया। डॉ. गोविन्द पाल, प्रधान वैज्ञानिक, कृषि अर्थशास्त्र ने ग्राफ्टिंग के आर्थिक पहलुओं के बारे में किसानों को जानकारी दी। तदोपरान्त अनीष कुमार सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रक्षेत्र भ्रमण कराया तथा प्रक्षेत्र पर लगे ग्राफ्टेड पौधे के बारे में जानकारी दी।