सात सीएचओ का एक महीने के वेतन पर रोक, अधीक्षक ने स्क्रीनिंग स्थिती (एनसीडी) ठीक नहीं होने पर की करवाई
रिपोर्टिंग मानक के अनुरूप कम होने पर वेतन रोकने का निर्देश
चन्दौली । सकलडीहा के गांवों में 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का स्क्रीनिंग स्थिती (एनसीडी) मधुमेह और बीपी की जांच कराने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत सीएचसी अर्न्तगत गांवों में संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सीएचसी को जिम्मेदारी दी गयी है। बुधवार को सीएचसी अधीक्षक डा. संजय यादव ने समीक्षा के बाद स्क्रीनिंग स्थिती (एनसीडी) ठीक नहीं होने पर सात सीएचओ का एक माह का वेतन रोक दिया है। अधीक्षक के इस कार्रवाई से सीएचओ सहित स्वास्थ्य कर्मियों में खलबली मच गया है। अंत में अधीक्षक के नेतृत्व में प्रांतीय चिकित्सा संघ जिला ईकाई के संगठन की मजबूती व नये सदस्यों को जोड़ने को लेकर चर्चा किया गया।
सीएचसी पर लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस क्रम में नि:शुल्क महिलाओं का आपरेशन से प्रसव और ब्लड बैंक की सुविधा शुरू किया गया है। इसके साथ ही गांवों में 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का सीएचओ को स्क्रीनिंग स्थिती (एनसीडी) मधुमेह और बीपी की जांच कराने का निर्देश दिया गया है। जिसमें लापरवाही बरतने पर गंजख्वाजा की सीएचओ रूची माथुर,डेढ़गांवा श्रेया केशरी,नसीरपुर पट्टन कुमारी प्रीति,सेवखर कला अर्चना पांडेय,पौरा भावना श्रीवास्तव,भोजापुर रीना श्रीवास्तव, और जमुनीपुर की शालिनी नंदा का रिपोर्टिंग मानक के अनुरूप कम होने पर वेतन रोकने का निर्देश दिया है। अंत में प्रांतीय चिकित्सा संघ के तहत डा.संदीप गौतम और डा.नीलेश मालवीय को सदस्य बनाया गया। गैर जनपद से आये चिकित्सकों का आजीवन सदस्यता चंदौली में स्थानांतरण किया गया। इस मौके पर पीएमएस संघ के अध्यक्ष डा.आरबी शरण, सचिव डा.संजय यादव,डा.रविकांत सिंह,डा.देवेश पांडेय, डा.उग्रसेन,डा.बीके प्रसाद सहित अन्य रहे।