खनन क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ने से हवा की सेहत हुई खराब
एपी त्रिपाठी
मीरजापुर । सर्दियों के शुरू होने के साथ ही खनन क्षेत्र में एयर इंडेक्स खतरनाक स्तर पर तापमान में गिरावट होने के साथ अहरौरा के खनन क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण तत्वों की बढ़ोतरी होने की वजह से वायु प्रदूषण सूचकांक चेतावनी के स्तर तक आ गया है ।वायु प्रदूषण के प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 तथा म 10 का लेवल चेतावनी के पार खतरनाक से थोड़ा ही पीछे है । मौसमी परिस्थितियों में हुए बदलाव के चलते जिले के प्रमुख खनन क्षेत्र अहरौरा एवं सोनपुर भगौतीदेइ डकही धुरिया मादाचक धुरिया अधवार बाराडीह चकसरिया लालपुर कंचनपुर के दो दर्जन से ज्यादा गांव में पीएम 2.5 तथा म 10 का लेवल चेतावनी के पार जा पहुंचा है
सेटेलाइट से प्राप्त गूगल के आंकड़ों के अनुसार अहरौरा तथा इलाके के खनन क्षेत्र में वायु प्रदूषण के मुख्य कारक पीएम 2.5 का लेवल कल दोपहर 11:30 बजे 80.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर जब की गांव क्षेत्र में यह लेवल 92.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के सामान्य गाइडलाइन के अनुसार प्रमुख प्रदूषण पीएम 2.5 का लेवल 25 से 50 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक संतोषजनक माना गया है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के गाइडलाइन के तहत पीएम 2.5 लेवल 5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर अधिक नहीं होना चाहिए यह जन स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम माना गया है ।
जनपद में एयर क्वालिटी इंडेक्स पूरे नवंबर माह में ऑस्टिन 100 के पार रहा जबकि खनन क्षेत्र में यह 120 से 169 तक जा पहुंचा है जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक स्तर पर है । वातावरण में पीएम 2.5 बढ़ने से सांस लेने में दिक्कत होती है. फेफड़े का रोग बढ़ता है जिनको अस्थमा या सांस का रोग है उनकी मौत तक हो सकती है । डॉक्टर का कहना कि खनन क्षेत्र में सर्दियों में प्रदूषण में अचानक इजाफा होने से सांस के मरीजों को दिक्कत होती है बुजुर्ग एवं फेफड़ों के मरीज बढ़ जाते हैं
क्या करें खनन उद्यमी
1 अपने खनन क्षेत्र में अधिकतम पानी का छिड़काव करें
2 खनन क्षेत्र में सार्वजनिक तथा निजी पेड़ पौधों पर पानी के छिड़काव की गति तेज कर दें ताकि पेड़ों से शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त हो सके
3 वायु गुणवत्ता सूचकांक की निगरानी करने के लिए उचित उपकरण लगाए ताकि जैसे ही एयर इंडेक्स खराब हो कुछ देर के लिए खनन क्षेत्र के क्रेशर प्लांट एक साथ बंद कर दिए जाएं
क्या करें प्रशासन
1 खनन क्षेत्र से करोड़ों का राजस्व प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्थानीय कार्यालय के अधिकारी खनन क्षेत्र में आधिकारिक तौर पर एयर क्वालिटी इंडेक्स के उपकरण स्थापित कारण ताकि आम जनमानस एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ते ही जागरूक हो सके
2 ऐसे खनन उद्यमी जो पानी का चिड़ा वी एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के गाइडलाइन के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं उनको उचित कार्रवाई का सामना करना पड़े
जनपद खनिज अधिकारी जितेंद्र सिंह का जवाब
जनपद खनिज अधिकारी का कहना है कि खनन क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स पर नियंत्रण स्थापित करने का अधिकार अथवा कार्यवाही खनन विभाग के अंतर्गत नहीं आती है । यह यह कार्यवाही उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मंडलीय कार्यालय सोनभद्र के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को करना है.