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फिज़ा में गूंजता रहा हैप्पी न्यू ईयर 2025

ईसाई नववर्ष का हुआ जोरदार स्वागत, चर्चेज में हुई आराधना

सरफराज अहमद

वाराणसी। जैसे ही घड़ी की सुई ने रात 12 बजे का निशान बनाया चर्चेज़ के घंटे एक साथ गूंज उठे, फिज़ा में चारो हैप्पी न्यू ईयर…की गूंज रहा था। नववर्ष की आगवानी व पुराने साल को अलविदा कहने के लिए वर्ष 2024 की अंतिम रात्रि सेंट मेरीज़ महागिरजा, तेलियाबाग चर्च, लाल गिरजाघर, सेंट बेटलफुल गास्पल चर्च समेत तमाम चर्चो में प्रार्थना सभा का आयेजन किया गया। घड़ी की सुई ने जैसे ही 12 बजे का निशान बनाया फिज़ा में… हैप्पी न्यू ईयर, 2025 गूंज उठा। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर पहले से ही तैयार थे। इस दौरान केक काटे गये और कैरोल सिंगिंग की गूंज फ़िजा में बुलंद हो उठी।

केवल गिरजाघर ही नहीं बल्कि समूचा देश नये साल के स्वागत में जुटा हुआ था। देश-दुनिया भर में घरों व कालोनियों में लोगों ने खूब धमाल किया। खास कर बनारस में जगह जगह नये साल की होण्डिग लगाई गई थी लोगों ने कई जगह सड़को पर हैप्पी न्यू ईयर लिख दिया था। शाम से देर रात्रि तक बुके, फूल और चाकलेट व गिफ्ट की खूब धूम थी।

शहर के गिरजाघरो में शाम से ही आराधना शुरु हो गई। वहीं गंगा घाटो पर आरती हुई’। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर बुराईयों का प्रतीक पुतला भी जलाया गया। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप ने फादर अगस्टिन के संचालान में आराधना करायी तो सीएनआई चर्च तेलियाबाग में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी इकबाल मसीह, मुगलसराय चर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, सेंट जांस महरौली में फादर सुसाई राज, सेंट जांस लेढूपुर में फादर हेनरी, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर राजा ने नववर्ष पर आराधना करायी और लोगों की भलाई व पेरोपकार के लिए प्रभु यीशु से प्रार्थना की। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया, सेंट फ्रांसिस आफ असीसी चर्च नगवां में भी नववर्ष का ज़ोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर डेयर संस्था के बच्चो ने भी खूब धमाल किया। जैसे जैसे शाम ढलती गई और रात होती गई, रात में सभी आयोजनों की धूम मच गई, घरों, होटल, क्लबों में थीम पार्टियां नये साल पर हुई। बनारस क्लब, पीएनयू क्लब में भी धमाल हुआ, हालांकि वहां दो गुटों में मारपीट होने से कुछ रंग में भंग भी होता दिखाई दिया। देर रात तक सोशल मीडिया पर भी लोग एक दूसरे को मैसेज कर बधाई संदेशों का आदान-प्रदान करते रहे। समाचार लिखे जाने तक न्यू ईयर पार्टी अपने शबाब पर थी। लोगों के जोश में कोई कमी नहीं दिखी। देर रात से सुबह तक फिज़ा में हैप्पी न्यू ईयर की जहाँ गूंज सुनाई दे रही थी वहीं दूसरी ओर मैसेज का आदान प्रदान सोशल मीडिया पर अपने शबाब पर था।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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