स्वास्थ्य

स्वास्थ्य शिविर में 231 लोगों का किया गया परीक्षण

ग़ाज़ीपुर। बृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद पर आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन मोहम्मदाबाद ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि एवं अधीक्षक डॉ आशीष राय के द्वारा किया गया। इस दौरान मानसिक रोग से ग्रसित बच्चों एवं अन्य व्यक्तियों फल वितरित भी किया गया। इस शिविर में कुल 231 मरीज का परीक्षण किया गया।

अधीक्षक डॉ आशीष राय ने बताया कि वर्तमान परिवेश को देखते हुए मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज में जागरूकता जरूरी है। ऐसे रोगियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। दवा के साथ नियमित खयाल रखने की जरूरत होती है। मानसिक रोग के प्रति जागरुकता के साथ ही उचित परामर्श व बेहतर उपचार के लिए यह शिविर आयोजित है। यदि हम थोड़ा सा संवेदनशील होकर मानसिक रोगी का सही समय से उपचार कराएं तो रोग पूरी तरह ठीक हो सकता है। कुछ मामलों में यह भावनाएं मानसिक बीमारी का कारण बन सकती है। यह 14 साल की उम्र से शुरू होता है  लेकिन ज्यादातर मामलों का पता नहीं चल पाता और इलाज नहीं होता है। किशोरों व नौजवानों में मानसिक बीमारी का एक प्रमुख कारण अवसाद (डिप्रेशन) है। मानसिक बीमारी के लक्षण, पहचान और जानकारी न होने के कारण यह समस्या बढ़ जाती है।

स्वास्थ कार्यकर्ता गौरव कुमार गिरि ने लोगों को मानसिक बीमारी के लक्षण के बारे तथा नशे से उत्पन्न होने वाली मानसिक बीमारी उसके उपचार के बारे में जागरूक किया। क्लिनिकल साइकोलॉजी अंकित आनंद ने मंदबुद्धि के बच्चों का परीक्षण तथा उसके उपचार के साथ काउंसिलों के माध्यम से इलाज़ हो सकता है। महताब आलम ने लोगों के कान का परीक्षण कर लोगो जागरूक किए। इस कैम्प में बीपी शुगर की जांच के साथ आरबीएस के टिम तथा फार्मासिस्ट द्वारा दवा वितरण किया गया, एच आई वी काउंसलिंग एवं क्षय रोग के लक्षणों से अवगत कराया गया।

ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि कैम्प में 231 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जिसमें 17 मानसिक रोगियों को उपचार किया गया। उच्च जोखिम के 8 मरीजों को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। शिविर में डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ आरके वर्मा एवं डॉक्टर डीपी सिंह, डॉ नीरज कुमारी ,डेजी, सोनम यादव, रंजना , जितेन्द्र, नीरा राय ,अंकित आनंद,आशा सिंह इत्यादि रही। रवि शंकर चौरसिया जिला परामर्श दाता एवं सतीश यादव स्टाफ नर्स द्वारा फलोरोसिस , लक्षण एवं बचाव के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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