
— भव्य झांकियों ने मोहा सबका मन
तिलक कुमार
बलिया। महावीर घाट स्थित गायत्री शक्ति पीठ में आयोजित होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ बुधवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। इस दौरान जिले समेत गैर जनपदों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कलश शोभा यात्रा की शुरुआत मां गायत्री, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य व माता भगवती देवी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कलश शोभा यात्रा की शुरुआत मां गायत्री, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य व माता भगवती देवी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। शांतिकुंज हरिद्वार से आये विद्वान आचार्यों के द्वारा मंगल व ध्वज गीत के मध्य कलश यात्रा प्रारंभ किया गया।
कलशयात्रा गायत्री शक्तिपीठ से महावीर घाट होते हुए चमनसिंह बाग, लोहापट्टी, चौक, सिनेमा रोड, हनुमान मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नया चौक, चित्रगुप्त रोड होते हुए भृगु मंदिर के परिसर में पहुंचा, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के द्वारा कलश देवता का पूजन किया गया। उसके बाद जलपूर्ण कार्यक्रम किया गया। वहां से कलश यात्रा सतीशचंद्र कालेज, मालगोदाम रोड, रेलवे स्टेशन, चौक से गुदरी बाजार होते हुये गायत्री शक्तिपीठ पहुंची, जहां कलश देवता की आरती की गई। इस दौरान नगर के दर्जनों लोगों के जगह-जगह गायत्री साधकों का स्वागत किया गया। गायत्री शक्तिपीठ के प्रभारी विजेंद्र नाथ चौबे ने कहा कि गायत्री परिवार द्वारा एक से चार जनवरी तक आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ राष्ट्र को सक्षम समर्थ एवं समृद्ध बनाने का महान आध्यात्मिक प्रयोग है। कहा कि मनुष्य एक भटका हुआ देवता है। यदि मनुष्य सही दिशा में चल पड़े तो उससे बढ़कर श्रेष्ठ इस संसार में कोई नहीं। गायत्री महायज्ञ मानव को ठीक करने और सही दिशा में ले जाने का उपाय है।