विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका -डॉ रविशंकर पाण्डेय
विकसित भारत युवा नेता संवाद विषय पर क्विज स्पर्धा में विद्यार्थियों को डिजिटल प्रमाण पत्र भी दिया गया
वाराणसी
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या विभाग ,साहित्य विभाग एवं दीनदयाल कौशल केंद्र में आज अपराह्न 1:00 बजे विकसित भारत युवा नेता संवाद विषय पर क्विज स्पर्धा का आयोजन किया गया। क्विजप्रतियोगिता में शताधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। वस्तुत: डिजिटल क्विज चैलेंज का देश स्तर से आयोजन करने का निर्देश केंद्र सरकार के शिक्षा विभाग से निर्गत हुआ है। इस देश का नेतृत्व नेतागण के द्वारा होता है। ऐसी स्थिति में शिक्षण संस्थाओं में अध्यनरत छात्रों में नेतृत्व करने की क्षमता का विकास करना विकसित राष्ट्र के लिए नितांत आवश्यक है। इस डिजिटल क्विज में मोबाइल के माध्यम से छात्रों ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागी छात्रों को मोबाइल के द्वारा प्रतिभाग का प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ। डिजिटल क्विज के संयोजक विश्वविद्यालय स्तरीय डॉ रविशंकर पांडे को नामित किया गया है। डॉ पांडे ने प्रतिभागियों के ज्ञान और भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियां को जन-जन में प्रचारित करने हेतु छात्रों को प्रेरित किया। डॉ रविशंकर पाण्डेय ने बताया कि विकसित भारत युवा नेता संवाद का मुख्य थीम “विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका”इस थीम के अंतर्गत, युवाओं को विकसित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें विकसित भारत के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
प्रोफेसर विधु द्विवेदी निदेशक दीनदयाल कौशल केंद्र की अध्यक्षता में गृह विज्ञान विभाग में भी इस क्विज का आयोजन किया गया तथा कौशल केंद्र के छात्रों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। डॉक्टर बालेश्वर झा ने साहित्य विभाग के छात्रों को इस क्विज में प्रतिभाग लेने हेतु प्रेरित किया। यह विषय छात्रों के लिए अत्यंत रुचिकर भी है अतः छात्रों ने रुचि के साथ अपने मोबाइल के माध्यम से इस क्विज में प्रतिभाग करते हुए डिजिटल माध्यम से प्रश्नों का उत्तर दिया। प्रतिभाग करने वाले सभी छात्रों को प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ।