नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए । रविवार को मस्जिद के सर्वे के दौरान पथराव और हिंसा की घटना सामने आई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
सोमवार को संसद के बाहर ओवैसी ने कहा कि ‘संभल की मस्जिद कोई 50 या 100 साल पुरानी मस्जिद नहीं बल्कि 200-250 पुरानी मस्जिद है। कोर्ट ने बिना मस्जिद के ज़िम्मेदारों को सुने आदेश पास कर दिया जो कि गलत है। सर्वे करने आने वाले लोगों को उकसाने वाले नारे लगा रहे थे। जिसका वीडियो भी है। वहां पर जो हिंसा हुई है जिसमें तीन मुसलमानों को गोली है और उनकी मौत हुई है। मैं इसकी निंदा करता हूं।’ आगे ओवैसी ने कहा, ‘ये फ़ायरिंग नहीं बल्कि मर्डर है। जिस दिन कोर्ट में सुनवाई होती है उसी दिन आदेश पास हो जाता है। 1948 में बाबरी मस्जिद में भी यही हुआ था। जो भी अधिकारी इसमें संलिप्त हैं उन्हें सस्पेंड करना चाहिए। एक हाई कोर्ट के मौजूदा जज से इसकी जांच करवाई जानी चाहिए। ये सरासर ग़लत है। संभल में ज़ुल्म हो रहा है।’