बाएं से प्रभावती देवी के पुत्र राकेश कुमार मुन्ना, सुनील कुमार परख व बड़ी बहू। एनएचयू आई बैंक के श्री आशुतोष त्रिपाठी, श्री प्रतीक सिंह और डॉ. प्रियंका सिंह
वाराणसी । क्षेत्रीय नेत्र संस्थान स्थित ” बी.एच. यू . आइ बैंक को एक्बार पुनः दो आँखें दान में मिली जिनसे चार लोगो की आंखे सुरक्षित हुई। 6 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को सर सुन्दर लाल चिकित्सालय के एमर्जेन्सी वार्ड में भर्ती ,स्टेशन रोड बलिया शहर निवासिनी श्रीमती प्रभावती देवी पत्नी श्री ध्वजा प्रसाद की इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी। मरणोपरान्त उनके पुत्र श्री सुनील कुमार “परख “(बलिया के जाने माने व्यापारी) उनके भाई छोटे भाई राकेश कुमार ” मुन्ना )व परिजनों ने माँ का नेत्रदान कराने की इच्छा जाहिर किया तो मौके पर उपस्थित श्री सुनिल ” परख ” व्यापारी नेता के अभिन्न मित् ने तुरन्त विभागाध्यक्ष एवं बी०एच०यू० आईबैंक के चेयरमैन प्रोफेसर आर० पी० मौर्य से सम्पर्क किया। प्रोफेसर मौर्य के निर्देश पर बी.एच. यू आई बैंक की टीम (डा० प्रियका सिहं, प्रतीक कुमार सिंह एवं. आशुतोष त्रिपाठी ने बिना समय गंवाए श्रीमती प्रभावती देवी का मरणोपरान्त नेत्रदान करवा दिया। दान में मिली दो कॉर्निया की मदद से चार रोगियों को लाभ पहुंचाया गया। शनिवार को चंदौली निवासिनी श्रीमती देवी जीनकी आँख में (पुतली सफेदी के साथ मोतिया बिन्द भी था )उनका ट्रिपल प्रोसीजर द्वारा नेत्र प्रत्यारोपण आर०आई०ओ० चीफ प्रो० वी०पी०सिंह ने किया आज सोमवार को दान में मिली दूसरी कॉर्निया का सफल प्रत्यारोपण वाराणसी कमलगढ़ की एक अन्य महिला को विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर आर.पी. मौर्या द्वारा कर दिया गया तथा महिला की हटाई गई सफेदी वाली कॉर्निया फेंकने की बजाय प्रो. आर. पी. मौर्या ने जिला गाजीपुर के निवासी बीरबल नामक एक व्यक्ति को कॉर्निया प्रत्यारोपित कर दिया जिसकी आँख में चोट के कारण कॉर्नियल अल्सर हो गया था तथा आँख फूटकर बैठने वाली थी। प्रोफ़ेसर आर. पी. मौर्या ने बताया कि बीरबल की आँख अब बैठेगी नहीं बल्कि थोड़ा दिखेगा। उन्होंने बताया कि इस विधि को थेरेप्यूटिक केराटोप्लास्टी (घाव वाली क्षतिग्रस्त कॉर्निया को हटाकर उसकी जगह स्वस्थ दाता कॉर्निया को लगाना) कहते हैं।इस तरह एक मृतक से दान में मिली दो कॉर्निया के माध्यम से चार जरूरतमंद को आँखें प्रदान करने पर चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन संखवार तथा सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक प्रो. के. के. गुप्ता ने आर.आई.ओ चीफ प्रो. वी.पी सिंह एवं विभागाध्यक्ष एवं बी०एच०यू० आईबैंक के चेयरमैन प्रोफ़ेसर आर. पी. मौर्या तथा उनकी टीम को बधाई दिया तथा नेत्रदाता परिवार को नेत्रदान जैसे नेक व पुण्य कार्य के लिए धन्यवाद दिया।