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सुल्तान क्लब के अध्यक्ष एहतेशामुल हक की मां के इंतकाल पर जताया अफसोस

पूर्व प्रधानाचार्य फहीम अहमद की पत्नी सुपुर्द खाक

वाराणसी । सामाजिक संस्था सुल्तान क्लब के अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक की माता और नेशनल इंटर कॉलेज पीली कोठी के पूर्व प्रधानाचार्य मरहूम फहीम अहमद की शरीके हयात जरीना फहीम का 66 वर्ष की आयु में मंगलवार को निधन हो गया। इनके निधन पर शहर के कई तंजीमों ने अफसोस के साथ शोक संवेदना व्यक्त किया है।

डॉक्टर एहतेशामुल हक की माता को बुनकर कॉलोनी स्थित कब्रस्तान में मंगलवार दोपहर 2 बजे सैकड़ों लोगो के बीच सुपुर्द खाक किया गया। उनकी नमाज़ ए जनाजा मुफ्ती ए बनारस मौलाना अब्दुल बातीन नोमानी ने अदा कराई। जनाजे में पूर्वाचल के लोग बड़ी तादाद में मौजूद थे।

उधर एक अफसोस बैठक सामाजिक संस्था सुल्तान क्लब वाराणसी के सदस्यों की रसूलपुरा स्थित कार्यालय में महबूब आलम की अध्यक्षता और जावेद अख्तर के संचालन में संपन्न हुई। अफसोस बैठक में सदस्यों ने अफसोस का इज़हार करते हुए कहा कि डॉक्टर एहतेशामुल की माता बहुत ही शरीफ और नेक खातून थीं क्षेत्र में उनको अच्छी औरतों में शुमार किया जाता रहा है। अल्लाह से दुआ की गई कि मरहूमा की मगफिरत फरमाए और परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे, आमीन।मरहूमा ने अपने पीछे चार पुत्र, तीन पुत्रियां सहित नाती पोतों का भरापुरा परिवार छोड़ा है।

पूर्व प्रधानाचार्य स्वर्गीय फहीम अहमद की पत्नी व डॉ एहतेशामुल हक की माता को खिराजे अकीदत पेश करने वालों में मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातीन नोमानी, नेशनल इंटर कॉलेज के प्रबंधक हाजी मकबूल हसन, उर्दू बीटीसी टीचर्स एसोसियेशन के महामंत्री मुहम्मद जफर अंसारी, जमीअतुल अंसार के जनरल सेक्रेटरी इशरत उस्मानी, आजाद हिंद रिलीफ सोसाइटी के अध्यक्ष जुल्फिकार अली, मरियम फाउंडेशन के शाहिद अंसारी,प्रधानाचार्य मंजूर आलम खान,सुल्तान क्लब के महामंत्री एच हसन नन्हे,कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़,शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी के नायब इमाम मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी,मदरसा मनबउल उलूम खैराबाद के वरिष्ठ अध्यापक कारी वसीम अहमद,बुनकर बिरादराना तंजीम के अध्यक्ष हाफिज मोइद्दीन,पूर्व विधायक हाजी अब्दुल समद अंसारी,जमीयत उलेमा जिला बनारस के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्लाह नासिर, जमाते इस्लामी हिंद के जिलाध्यक्ष डॉ अकबर, अटेवा पेंशन बचाओ मंच के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद यादव,जिला महामंत्री बी एन यादव, एस आर जी डॉ राजीव कुमार सिंह, नेशनल इंटीग्रेटेड ग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आर के यादव सहित दर्जनों सामाजिक और तालीमी इदारों ने अफसोस जताया है।

aman

मैंने बतौर पत्रकार कैरियर कि शुरुआत अगस्त 1999 में हिन्दी दैनिक सन्मार्ग से किया था। धर्मसंघ के इस पत्र से मुझे मज़बूत पहचान मिली। अक्टूबर 2007 से 2010 तक मैंने अमर उजाला और काम्पैक्ट में काम किया और छा गया। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट लांच हुई तो मुझे बुलाया गया। अक्टूबर 2010 से मार्च 2019 तक मैं राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट का हिस्सा था। आज जब दुनिया में बद्लाव शुरू हुआ, चीज़े डिज़िटल होने लगी तो मैंने भी डिज़िटल मीडिया में बतौर सम्पादक अपने कैरियर कि नई शुरूआत दिल इंडिया लाइव के साथ की। इस समय में हिंदुस्तान संदेश में एडिटर हूं। मेरा यह प्लेट्फार्म किसी सियासी दल, या किसी धार्मिक संगठन का प्रवक्ता बन कर न तो काम करता है और न ही किसी से आर्थिक मदद प्राप्त करता है।

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